• X

    प्लीज बोलेंगे तो 300 की कॉफी मिलेगी 200 रुपये में

    विधि

    जब भी हम किसी से मिलते हैं तो बड़े अदब से मिलते है और चाहते हैं कि सामने वाला भी हमसे वैसे शालीनता से पेश आए. क्योंकि हमें अच्छा बर्ताव करना हमेशा से सिखाया जाता है. जब भी हम कहीं जाते हैं, किसी से मिलते हैं तो अदब के साथ पेश आने को अच्छा माना जाता है और इसे हमारे संस्कार से जोड़कर देखा जाता है. इसके इतर अगर गलत शब्दों और बदतमीजी से बात की जाए, तो मामला बिगड़ जाता है. अमेरिकी राज्य वर्जीनिया की रोआनोक वैली में फेमस रेस्टॉरेंट की ब्रांच ने रूड ग्राहकों को अदब से पेश आने के लिए नई स्कीम शुरू की है.

    वहां अगर कोई रूड होकर 'स्मॉल कॉफी' का ऑर्डर करता है, तो उसे 5 डॉलर यानी 333 रुपये देने पड़ते हैं, लेकिन अगर कोई 'स्मॉल कॉफी प्लीज़' कहता है, तो उससे सिर्फ 3 डॉलर यानी 200 रुपये ही लिया जाता है. वहीं 'हैलो, वन स्मॉल कॉफी प्लीज़' कहने वाले को महज 1.75 डॉलर चुकाने होते हैं. यानी इंडियन करेंसी में116 रुपये. मतलब साफ है कि आप जितना अधिक शालीनता से बोलेंगे, उतना कम बिल देना होगा. रेस्टॉरेंट का यह तरीका कई लोगों को पसंद आया. एक ऑनलाइन वेबसाइट पर रेस्टॉरेंट पर लगे ऐसे बोर्ड वाली पोस्ट को अब तक 10 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है.

    रेस्टॉरेंट टीम के एक मेंबर ऑस्टिन का कहना है कि, उन्हें नहीं पता था कि एक बोर्ड लोगों के लिए प्रेरणा बन सकता है. जब से इसे लगाया है तब से रेस्टॉरेंट में आने वाले लोगों का व्यवहार बिल्कुल बदला-बदला सा है. अब कोई उनके यहां रूड होकर बात नहीं करता. हालांकि ऑस्टिन ने साफतौर पर स्पष्ट किया कि उन्होंने पहले दिन मजाक के तौर बोर्ड लगाया था, लेकिन उस पर लोगों की प्रतिक्रिया बहुत अच्छी थी. जिसे देखते हुए उन्होंने इसे हमेशा के लिए कर दिया.

     

    क्‍या ये रेसिपी आपको पसंद आई?
    7


    अपने दोस्‍त के साथ साझा करें
    टैग्स
Good 3
Poor 0

Advertisment

ज़ायके का सबसे बड़ा अड्डा

पकवान गली में आपका स्‍वागत है!

आप हर वक्‍त खाने-खिलाने का ढूंढते हैं बहाना तो ये है आपका परमानेंट ठिकाना. कुछ खाना है, कुछ बनाना है और सबको दिखाना भी है, लेकिन अभी तक आपके हुनर और शौक को नहीं मिल पाया है कोई मुफीद पता तो आपकी मंजिल का नाम है पकवान गली.


ज़ायका ही आपकी जिंदगी है तो हमसे साझा करें अपनी रेसिपी, कुकिंग टिप्‍स, किसी रेस्‍टोरेंट या रोड साइड ढाबे का रिव्‍यू.

रेसिपी फाइंडर

या
कुछ मीठा हो जाए