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    कौन से नेता अटल बिहारी वाजपेयी के लिए क्या लेकर आते थे?

    अटल बिहारी वाजपेयी (atal bihari vajpayee) खाने-पीने के बड़े शौकीन थे. ग्वालियर, उज्जैन, आगरा, कानपुर, लखनऊ, कोलकाता, दिल्ली के खास पकवानों का स्वाद तो लिया ही करते थे, लेकिन उनसे मिलने वाले भी हमेशा अटल जी के लिए कुछ न कुछ लेकर जाते थे.

    विधि

    अटल बिहारी वाजपेयी (atal bihari vajpayee) खाने-पीने के बड़े शौकीन थे. ग्वालियर, उज्जैन, आगरा, कानपुर, लखनऊ, कोलकाता, दिल्ली के खास पकवानों का स्वाद तो लिया ही करते थे, लेकिन उनसे मिलने वाले भी हमेशा अटल जी के लिए कुछ न कुछ लेकर जाते थे.

    कुछ तो ऐसा भी मानते हैं जो भी अटल जी के निवास पर मिलने जाता था वो अपने साथ में मिठाई का डिब्बा जरूर ले जाता है. मिठाइयों के शौक की वजह से गेट पर खड़े जवान ऐसे लोगों को अटल जी से मिलने से रोक नहीं पाते थे. एक तरह से मिठाई लोगों के लिए अटल जी से मिलने का गेट पास थी. अटल जी का मिठाई प्रेम इसी से समझा जा सकता है कि एक बार एक आधिकारिक भोज के दौरान उन्हें गुलाब जामुन से ध्यान हटाने के लिए सहयोगियों ने माधुरी दीक्षित को आगे कर दिया गया.

    वरिष्ठ पत्रकार राशिद किदवई याद करते बताते हैं कि प्रधानमंत्री रहते वाजपेयी ने एक आधिकारिक भोज के दौरान कैसे सख्त परहेज पर रहने के दौरान भी खाने के काउंटर का रुख कर लिया. इसके बाद उनके सहयोगियों ने एक योजना बनाई. उन्होंने प्रधानमंत्री को फौरन वहां मौजूद दीक्षित से मिलवाया और जल्द ही फिल्मों के बेहद शौकीन वाजपेयी खाने की बात भूलकर काफी देर तक माधुरी से फिल्मों के बारे में बात करते रहे. किदवई याद करते हुए कहते हैं, 'इस बीच, उनके सहयोगियों ने तेजी से उनकी कतार से मिठाइयां हटा दीं.'


    (Photo-Getty images)

    वाजपेयी के साथ काम कर चुके नौकरशाह भी बताते हैं कि वह जहां कहीं भी जाते थे वहां के स्थानीय पकवानों का स्वाद चखने पर जोर देते थे. नौकरशाह ने कहा, 'ऐसे में यह कोलकाता का पुचका था, हैदराबाद में बिरयानी और हलीम और लखनऊ में गलावटी कबाब होते थे. वह खास तौर पर चाट मसाले के साथ पकौड़े और मसाला चाय पसंद करते थे.' एक अन्य वरिष्ठ पत्रकार ने बताया कि कई मौकों पर उन्हें और उनके साथी पत्रकारों को खुद वाजपेयी जी के हाथों से पकाया खाना खाने का मौका मिला. उन्होंने याद करते हुए कहा, 'वह कम से कम एक व्यंजन हमारे लिए पकाते थे. वह चाहे मिठाई हो या कुछ मांसाहारी.'

    (Photo-Getty images)

    एक करीबी सहयोगी ने कहा कि मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान वाजपेयी नमकीन मूंगफली खाते रहते थे और चाहते थे कि जब भी उनकी प्लेट खाली हो, उसे फौरन भर दिया जाए.

    आगे उन्होंने कहा कि लालजी टंडन उनके लिए लखनऊ के चौक इलाके से कबाब लेकर आते थे, BJP नेता विजय गोयल उनके लिए पुरानी दिल्ली से बेड़मी आलू और चाट लेकर आते थे.

    (Photo-Getty images)

    उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू आंध्र प्रदेश से उनके लिए झींगा लाते थे.

    (Photo-Getty images)

    कचौड़ी और पकौड़ों के शौकीन अटल जी जब भी मथुरा जाते तो यहां के मूंग की दाल से बने पकौड़ों को जरूर खाते थे. अटल जी को कचौड़ी और पकौड़े इस कदर पसंद थे कि जब कोई मथुरा से उनसे मिलने दिल्ली जाता तो पकौड़े जरूर लेकर जाता.

    एक और किस्सा सुनने में आता है अटल बिहारी के बारे में. बात उस समय कि है कि जब अटल जी लखनऊ के सांसद बन चुके थे. अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनाने का मुद्दा अपने चरम पर था. पूर्व मंत्री लालजी टंडन के साथ वह देर रात राज्य अतिथि गृह पहुंचे थे. उन्होंने टंडन जी से कहा कि भूख बहुत लगी है, खाने में क्या है? तुरंत खाना लगाया गया और फिर दोनों ने पहला निवाला तोड़ा ही था कि लखनऊ के तत्कालीन जिलाधिकारी कमरे में घुसे और बोले सर आपको तुरंत एयरपोर्ट चलना पड़ेगा. एक युवक ने 200 यात्रियों के साथ विमान का अपहरण कर लिया है. लालजी टंडन के साथ अटल जी तुरंत एयरपोर्ट के लिए निकल पड़े. एक पल गवाए बिना वह एयरपोर्ट के टावर पर चढ़ गए.

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