• X

    क्यों मनाई जाती है रमा एकादशी, क्या चढ़ता है भोग प्रसाद में?

    कार्तिक मास में पड़ने वाली रमा एकादशी 24 अक्टूबर को है. यह दिवाली के 4 दिन पहले पड़ती है. पौराणिक मान्‍यताओं के अनुसार इस दिन जो व्यक्ति व्रत रखता है, उसे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. ऐसी माना जाता है कि जो लोग इस दिन विधि-विधान से व्रत पूजन करते हैं उनके सारे पाप नष्ट हो जाते हैं. इस एकादशी को माता लक्ष्मी के नाम पर रमा एकादशी कहा गया है.

    कार्तिक मास में पड़ने वाली रमा एकादशी 24 अक्टूबर को है. यह दिवाली के 4 दिन पहले पड़ती है. पौराणिक मान्‍यताओं के अनुसार इस दिन जो व्यक्ति व्रत रखता है, उसे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. ऐसी माना जाता है कि जो लोग इस दिन विधि-विधान से व्रत पूजन करते हैं उनके सारे पाप नष्ट हो जाते हैं. इस एकादशी को माता लक्ष्मी के नाम पर रमा एकादशी कहा गया है.

    व्रत और पूजा
    रमा एकादशी की पूजा एक दिन पहले ही शुरू हो जाती है. एकादशी के एक दिन पहले ही शाम को भोजन किया जाता है और एकादशी वाले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करके व्रत किया जाता है. इसके बाद भगवान श्री कष्ण की पूजा की जाती है और भगवान को भोग लगाकर प्रसाद बांट दिया जाता है. इसी तरह से शाम को भगवान विष्णु और माता लक्षमी की पूजा करके गीता का पाठ किया जाता है. भगवान को पंचामृत, फूल और मौसमी फल को अर्पित करना शुभ माना जाता है. भगवान को माखन मिश्री का भोग लगाकर प्रसन्न किया जाता है. दूसरे दिन ब्राह्मणों को भोजन करवा कर दान-दक्षिणा दी जाती है. इसके बाद व्रत खोला जाता है.

    रमा एकादशी शुभ मुहूर्त
    तिथि प्रारम्भ - 24 अक्टूबर रात 01:10 बजे
    तिथि समाप्त - 24 अक्टूबर रात 10:20 बजे
    पारण का समय - 25 अक्टूबर सुबह 06:32 बजे से 08:45 तक

    क्‍या ये रेसिपी आपको पसंद आई?


    अपने दोस्‍त के साथ साझा करें
    टैग्स
Good 0
Poor 0

Advertisment

ज़ायके का सबसे बड़ा अड्डा

पकवान गली में आपका स्‍वागत है!

आप हर वक्‍त खाने-खिलाने का ढूंढते हैं बहाना तो ये है आपका परमानेंट ठिकाना. कुछ खाना है, कुछ बनाना है और सबको दिखाना भी है, लेकिन अभी तक आपके हुनर और शौक को नहीं मिल पाया है कोई मुफीद पता तो आपकी मंजिल का नाम है पकवान गली.


ज़ायका ही आपकी जिंदगी है तो हमसे साझा करें अपनी रेसिपी, कुकिंग टिप्‍स, किसी रेस्‍टोरेंट या रोड साइड ढाबे का रिव्‍यू.

रेसिपी फाइंडर

या
कुछ मीठा हो जाए