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    एयर स्ट्राइक के बाद फेमस हो रहे हैं जामनगर के नमो पेड़े

    भारतीय वायु सेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक के बाद देश में जगह-जगह लोगों ने अपने-अपने तरीके से खुशियां मनाईं. जिसके बाद पीएम मोदी की जमकर तारीफ हुई. इससे खुश होकर किसी ने मिठाई बाटीं तो किसी ने ढोल-नगाड़े बजाकर लोगों का उत्साह बढ़ाया. वहीं गुजरात के जामनगर में एक मोदी प्रशंसक हितेश चोटायी ने अलग ठंग से ही अपनी खुशि बयां की. दरअसल, हितेश ने एयर स्ट्राइक की खुशी में मोदी के नाम से पेड़े बांटे. ये मिठाई नमो पेड़े के नाम से मशहूर हो रही है. इस मिठाई पर मोदी की आकृति बनी हुई है.

    विधि

    भारतीय वायु सेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक के बाद देश में जगह-जगह लोगों ने अपने-अपने तरीके से खुशियां मनाईं. जिसके बाद पीएम मोदी की भी जमकर तारीफ हुई. इससे खुश होकर किसी ने मिठाई बाटीं तो किसी ने ढोल-नगाड़े बजाकर लोगों का उत्साह बढ़ाया. वहीं गुजरात के जामनगर में एक मोदी प्रशंसक हितेश चोटायी ने अलग ठंग से ही अपनी खुशि बयां की. हितेश ने एयर स्ट्राइक की खुशी में मोदी के नाम के पेड़े बांटे. ये मिठाई नमो पेड़े के नाम से मशहूर हो रही है. इन पेड़ों पर मोदी की आकृति बनी हुई है.

    गुजरात के जामनगर में रहने वाले हितेश पेशे से मिठाई व्यापारी हैं. शहर के सेन्ट्रल रोड पर उनकी श्रीखंड सम्राट मिठाईवाला दुकान तब चर्चा में आई जब उन्होंने एयर स्ट्राइक के बाद नमो पेड़े लोगों को फ्री में खिलाए थे. हितेश मोदी के बहुत बड़े प्रशंसक हैं. हितेश के अनुसार, उन्होंने एयर स्ट्राइक के बाद से अब तक लगभग 150 किलो मोदी पेड़े यानी नमो पेड़े लोगों को मुफ्त में खिला चुके हैं. हितेश और उनका परिवार मोदी के गुजरात में किए गए विकास कार्यों से प्रभावित हैं. वो अक्सर अपनी मिठाइयों से मोदी के लिए कुछ न कुछ करते रहते हैं.

    पकवानगली से बातचीत में उन्होंने बताया कि 2013 में नरेंद्र दमोदर दास मोदी (Narendra Modi) जब पीएम उम्मीदवार घोषित किया गया था तब उन्होंने अपनी मिठाई से मोदी के लिए वोट मांगे थे. लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करने के उन्होंने ऐसे पेड़े बनाए थे जिनमें गुजराती भाषा में लिखा था 'मतदान अवश्य करो' यानी मतदान अवश्य करें. इसी तरह उन्होंने  नरेंद्र मोदी के जन्मदिन भी खास तरह के पेड़े बनाए थे जिसमें मोदी की आकृति बनी और शतम् जीवेम शरद: लिखा था. यह पेड़े उन्होंने खुद मोदी को भेंट किए जिससे narendra modi काफी प्रभावित हुए थे. इतना ही नहीं इस दौरान जो भी ग्राहक उनकी दुकान पर आते हैं वो नमो पेड़े उन्हें जरूर खिलाते हैं.

    जब हमने हितेश से पूछा की उन्हें इस तरह की मिठाई का ख्याल कैसे आया? तो उन्होंने बताया की वह प्रधानमंत्री मोदी के सबसे बड़े प्रशंसक है, उन्हें यह साबित करने के लिए वह अपनी मिठाई से ही कुछ करना था. इसलिए उन्होंने नमो पेड़ा बनाया था. हालांकि यह पेड़े बनाने में थोड़ा वक्त लगता है. नमो पेड़ा बनाने के लिए मोदी के फोटो वाली डाई तैयार करवाई. डाई के कई तरह के सैम्पल लिए ताकि मिठाई पर मोदी की तस्वीर हू-ब-हू उतर सके. यह पेड़े दूध, मलाई और केसर से तैयार किए जाते हैं. हितेश का कहना है कि मोदी के लिए सही अर्थ में भक्ति होनी चाहिए और यह भक्ति मुझमें है. मैं गर्व से कहता हूं कि मैं मोदी भक्त हूं. हितेश ने कहा कि वो आगामी लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा वोटर्स को मतदान करने के लिए कुछ खास मिठाई जरूर बनाएंगे.

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