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    मां चंद्रघंटा को इन चीजों का भोग लगाकर करें प्रसन्न

    नवरात्रि के दूसरे दिन मां चन्द्रघंटा की पूजा की जाती है. मां दुर्गा के इस अवतार के माथे पर आधा चंद्रमा बना होता है. मां चंद्रघंटा को दूध और उससे बनी चीजें जैसे खीर का भोग लगाया जाता है और इसी का दान भी किया जाता है. ऐसा करने से मां खुश होती हैं और भक्तों के दुखों का नाश करती हैं.

    नवरात्रि के दूसरे दिन मां चन्द्रघंटा की पूजा की जाती है. मां दुर्गा के इस अवतार के माथे पर आधा चंद्रमा बना होता है. मां चंद्रघंटा को दूध और उससे बनी चीजें जैसे खीर का भोग लगाया जाता है और इसी का दान भी किया जाता है. ऐसा करने से मां खुश होती हैं और भक्तों के दुखों का नाश करती हैं.

    मां चन्द्रघंटा को दूध से बनी चीजें जैसे चावल की खीर, मखाने की खीर, रबड़ी, दूध के पेड़े आदि का भोग लगाएं. मां को सफेद चीजों का भोग लगाया जाता है तो कोशिश करें कि दूसरे दिन की व्रत की थाली में सफेद चीजों से बने पकवान का प्रसाद चढ़ाएं.

    क्या होता है सात्विक भोजन, क्यों व्रत में इसे खाया जाता है?

    चंद्रघंटा देवी की पूजा करने से गुरु के कष्टों से भी आराम मिलता है. धन की कमी दूर होती है. संतान और पति सुखी होंगे और चंद्रमा कुंडली में बलवान होता है. मन में शान्ति आएगी. चन्द्रमा स्वाति नक्षत्र और तुला राशि में है. तुला राशि से गुरु भी मित्र राशि वृश्चिक में जा रहे हैं. चंद्र और गुरु दोनों मिलकर सुबह राज योग बना रहे हैं. मां दुर्गा इस राज योग में नौकरी ,व्यापार और अच्छी धन की वर्षा का वरदान देंगी. माता को सफेद फूल, चंदन सफेद चुन्नी चढ़ाकर और बर्फी का भोग लगाएं.

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