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    ब्लड ग्रुप के हिसाब से कैसी होनी चाहिए डाइट?

    हम सभी का एक निश्चित ब्लड ग्रुप होता है. इसी के आधार पर हम रक्त का आदान-प्रादान करते हैं. साथ ही ब्लड ग्रुप से भी शरीर के स्वास्थ्य की स्थिति का पता चलता है. ऐसा भी होता है कि ब्लड ग्रुप के अनुसार ही हमारी विशिष्ट प्रकृति भी होती है. अगर हेल्थ की बात करें तो एक अध्ययन से पता चला है कि ब्लड ग्रुप के अनुसार कुछ विशिष्ट बीमारियों का खतरा अधिक होता है. बीमारियों के खतरे को जानने से पहले यह समझना जरूरी है कि ब्लड ग्रुप तय कैसे होता है.

    विधि

    हम सभी का एक निश्चित ब्लड ग्रुप होता है. इसी के आधार पर हम रक्त का आदान-प्रादान करते हैं. साथ ही ब्लड ग्रुप से भी शरीर के स्वास्थ्य की स्थिति का पता चलता है. ऐसा भी होता है कि ब्लड ग्रुप के अनुसार ही हमारी विशिष्ट प्रकृति भी होती है. अगर हेल्थ की बात करें तो एक अध्ययन से पता चला है कि ब्लड ग्रुप के अनुसार कुछ विशिष्ट बीमारियों का खतरा अधिक होता है. बीमारियों के खतरे को जानने से पहले यह समझना जरूरी है कि ब्लड ग्रुप तय कैसे होता है.

    दरअसल, हर प्रकार के ब्लड में एक खास तरह का एंटीजेन मार्कर होता है. यह मार्कर कुछ खास सामग्री को पचाने में मदद करता है. ये एंटीजेन मार्कर अलग-अलग सामग्री में अलग-अलग तरीके से रिएक्ट करते हैं. अगर इन्हें पहचान कर ठीक ढंग से डाइट ली जाए तो ज्यादा समय तक हेल्दी रहा जा सकता है.

    ब्लड ग्रुप के हिसाब से डाइट को लेकर एक किताब 'ईट राइट फॉर योर टाइप' पर काफी कुछ बताया गया है. इसके लेखक हैं डॉ. एडेमो. उन्होंने इस किताब में लिखा है कि, सभी तरह के व्यंजनों में लेक्टिंस नामक प्रोटीन होते हैं जो हर तरह के भोजन में पाए जाते हैं. उनके अनुसार, अलग-अलग ब्लड ग्रुप के लोगों का खून भोजन वाले इन प्रोटीन के प्रति अलग तरह से रिएक्ट करता है. जिसका सीधा असर हमारी सेहत पर होता है. लेक्टिंस चिपकने वाले प्रोटीन होते हैं. ऐसे लेक्टिंस जो ब्लड टाइप के साथ मेल नहीं खाते, शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं. भोजन से आने वाले कई लेक्टिंस हानिकारक नहीं होते हैं, लेकिन थोड़ा बहुत असर जरूर डालते हैं. अगर ये लेक्टिंस ब्लड ग्रुप के साथ मेल नहीं खाता, तो शरीर में जलन, सूजन हो सकती है. कई बार यह गंभीर बीमारी का कारक भी बन जाते हैं.

    ब्लड ग्रुप कितने प्रकार के होते हैं?
    ब्लड ग्रुप के चार प्रकार होते हैं- ए, बी, एबी और ओ. हर ग्रुप आरएच पॉजिटिव या आरएच निगेटिव होता है. जिससे ब्लड ग्रुप चार से बढ़कर आठ हो जाते हैं. यानी निगेटिव और पॉजिटिव मिलाकर संख्या दोगुनी हो जाती है. जैसा ही हम जानते हैं कि मानव शरीर में चार से छह लीटर तक रक्त होता है. लाल, सफेद रक्त कोशिकाओं और प्लाज्मा में मौजूद प्लेटलेट्स से मिलकर रक्त बनता है. प्लाज्मा में 90 प्रतिशत पानी होता है, जिसमें प्रोटीन, पोषक तत्व, हार्मोन्स होते हैं. रक्त के निर्माण में 60 फीसदी प्लाज्मा और 40 प्रतिशत रक्त कोशिकाओं की भूमिका होती है. इन्हीं के हिसाब से भोजन करने से हमारा शरीर स्वस्थ होता है.

    अभी तक हमने आपको यह बताया कि कितने तरह के बल्ड ग्रुप होते हैं. इनका निर्धारण कैसे होता है. साथ शरीर में खून कैसे बनता है. खून किन चीजों की अहमियत होती है. अब हम आपको यह बताएंगे कि ब्लड ग्रुप से कैसा भोजन करना चाहिए ताकि मानव शरीर ज्यादा दिनों तक स्वस्थ रह सकें.

    O ब्‍लड ग्रप के लिए प्रोटीन है बेस्‍ट
    ओ ब्लड ग्रुप समूह के लोगों को हाई प्रोटीन युक्त आहार लेना चाहिए. दालें, मीट, मछली, फल आदि को अपनी डाइट में शामिल करें. अपने खाने में अनाज और बीन्‍स के साथ ही फलियों की मात्रा को संतुलित रखना चाहिए.

     A ब्लड ग्रुप है तो शाकाहार को तवज्जो
    ए ब्लड ग्रुप वाले लोगों का इम्यून सिस्टम बहुत संवेदनशील होता है, इसलिए उन्‍हें अपने खानपान पर बहुत ज्‍यादा ध्‍यान रखना चाहिए. इस ग्रुप के लोगों को मीट कम खाना चाहिए क्‍योंकि यह पचने में वक्‍त लेता हैं. अगर ए ब्लड ग्रुप के हैं तो चिकन-मटन का सेवन कम करें.

    गाजर, हरी पत्तेदार सब्जियां, नाशपाती, लहसुन, अनाज, बीन्‍स और फलों का सेवन करना इस ब्लड ग्रुप वालों के लिए बेस्ट रहेगा. दूध और इससे बनी चीजें, सफेद चावल और अंडों का सेवन करने में सावधानी बरतनी चाहिए. इनके स्थान पर दही या सोया मिल्क का सेवन कर सकते हैं.

     B ब्लड ग्रुप वाले होते हैं खुशमिजाज
    अगर ब्लड ग्रुप B है तो यह आपके लिए खुशखबरी हो सकती है. दरअसल, इस ब्‍लड ग्रुप वालों को ज्‍यादा परहेज नहीं करना पड़ता. इस ब्लड ग्रुप वाले हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, फिश, मटन और चिकन सब कुछ खा सकते हैं. इस ब्लड ग्रुप वालों का पाचन तंत्र बहुत अच्‍छा होता है जिससे इनके शरीर में फैट जमा नहीं होता.

    ये लोग दूध और इससे बनी चीजें, अंडे आदि का भरपूर सेवन कर सकते हैं. बस एक बात का ध्‍यान रखें कि खानपान की इनकी आदतें संतुलित हों.

    AB ब्लड ग्रुप को लेना चाहिए संतुलित आहार
    AB ब्लड ग्रुप बहुत कम लोगों में पाया जात है. जो चीजें ए और बी वालों को परहेज करने के लिए बताई जाती हैं, वही चीजें इस ब्लड ग्रुप वालों को खाने में भी सावधानी बरतनी चाहिए. AB ब्लड ग्रुप वाले लोगों को फल व सब्जियां अधिक मात्रा में खानी चाहिए.

    इस ब्लड ग्रुप वाले लोगों के लिए अंडे भी लाभदायक होते हैं. वहीं इनको नॉन वेज कम खाना चाहिए. हालांकि दूध से बनी चीजें, बटर आदि इनको नुकसान नहीं पहुंचाते हैं.

    कई बार ऐसा होता है कि एक ही कद-काठी और एक जैसी लाइफस्टाइल के दो लोगों में एक अक्सर बीमार रहता है और दूसरा फिट. इसका कनेक्शन रक्त से होता है. किसी भी आनुवांशिक बीमारी का पता ब्लड टेस्ट के जरिए लगाया जा सकता है. रिसर्च में पाया गया है कि कुछ ब्लड ग्रुप ऐसे हैं, जिनमें कुछ खास किस्म की बीमारियां होने का खतरा ज्यादा रहता है.

     

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