अवधी दमगोश्त कच्ची बिरयानी का खुल गया राज!

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इम्तियाज कुरैशी पद्मश्री से नवाजे जाने वाले पहले शेफ हैं जिन्होंने अवधी दमगोश्त बिरयानी को पहचान दी. नेहरू, इंदिरा गांधी से लेकर नरेंद्र मोदी तक इनके हाथों से बने खाने के मुरीद हैं. बिरयानी बनाने की इनकी रेसिपी खास आपके लिए...

एक नज़र

  • रेसिपी क्विज़ीन : इंडियन
  • समय : 30 मिनट से 1 घंटा
  • मील टाइप : नॉन-वेज

आवश्यक सामग्री

    1 किलो मटन, धुला और निचोड़ा हुआ
    600 ग्राम चावल, धुले और 2 घंटे तक भिगोकर रखे हुए
    150 ग्राम शुद्ध घी
    150 ग्राम प्याज, कटी और फ्राई की हुई
    20 ग्राम अदरक-लहसुन का पेस्ट, कुचला हुआ
    एक नींबू का रस
    आधा कप पुदीने की पत्तियां
    200 ग्राम दही
    200 मिली हल्का गर्म दूध
    10 ग्राम लाल मिर्च का चूरा
    10 हरी इलायची
    एक टुकड़ा जावित्री
    जायफल का चौथाई का टुकड़ा
    1 चम्मच गुलाब जल
    1 चम्मच केवड़ा जल
    आधा ग्राम केसर, एक चौथाई चम्मच दूध में भीगी हुई
    स्वादानुसार नमक
    जरूरत के अनुसार आटा
    चावल के लिए मसाले
    5 हरी इलायची
    5 लौंग
    2 तेजपत्ता
- सबसे पहले 10 हरी इलायची, जावित्री औप जायफल को कूटकर पीस लें लें.
- भारी तले वाली हांडी में मीट को अदरक-लहसुन का पेस्ट, नमक, लाल मिर्च, हरी इलायची, जावित्री और जायफल का पाउडर, नींबू, भुनी हुई प्याज, दही, 100 ग्राम घी के साथ मैरीनेड कर लें.
- इसे 2-3 घंटे के लिए रखें.
- तय समय के बाद धीमी आंच में मटन वाली हांडी रखें.
- फिर एक बर्तन में जरूरत के अनुसार पानी में चावल, नमक और पूरे मसाले डालकर चावल को आधा पकने तक पका लें. फिर पानी निकाल दें.
- हांडी में मीट पर पहले पुदीने की पत्तियां फैलाएं फिर आधे चावल डालें, इसके बाद केसर और आखिर में बचे हुए चावल फैला दें.
- इसके बाद दूध, गुलाब, केवड़ा जल, बचा हुआ घी चावल के ऊपर फैला दें.
- हांडी पर ढक्कन रखें और आटे से सीलबंद कर दें.
- हल्की आंच पर तब तक पकाएं जब तक इसमें खौलने की आवाज न आने लगें. इसमें कम से कम 30 मिनट लगेंगे.
- तय समय बाद आंच बंद कर दें और 20 मिनट तक ऐसे ही रहने दें.
- लहसुन, जीरा के रायते के गर्मागर्म अवधी दमगोश्त कच्ची बिरयानी सर्व करें और खुद भी मजे से खाएं.