रंग खेलने से होती है सांस की प्रॉब्लम तो कर लें ये काम

offline
होली खेलना, एक-दूसरे को रंग लगाना सब पसंद तो करते हैं पर कई लोगों को रंग लगने से सांस की एलर्जी भी हो जाती है. सांस लेने में दिक्कत, सांस लेते समय आवाज आना जैसी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है ऐसे लोगों को. ऐसे में अगर आप इन टिप्स को अपनाकर होली खेलने निकलेंगे तो खुद को रंगों में मौजूद हानिकारक तत्वों से बचा पाएंगे.  

विधि

- दिन की शुरुआत अदरक की चाय से करें. क्योंकि अदरक फेफड़ों में प्रदूषण के जाने से पहले ही इसे रोक लेता है. इससे सांस की तकलीफ नहीं होती है.

- ब्रेकफास्ट में जूस में पुदीने की पत्तियों का इस्तेमाल जरूर करें. पुदीना शरीर को कैमिकल वाले रंगों के प्रभाव से बचाता है.

- खाने में विटामिन C का भी भरपूर इस्तेमाल करना होली के दिन अच्छा हो सकता है. शरीर में भरपूर मात्रा में विटामिन सी होने से फेफड़े स्वस्थ रहते हैं. फेफडों को रंगों से बचाने के लिए बेहतर होगा सुबह या 8 घंटे पहले आंवला, संतरा और अमरूद खाएं.

- ऑमलेट और बेसन के चीले में ऑरिगेनो छिड़क लें. ऑरिगेनो में मौजूद पोषक तत्व रंगों और गुलाल से होने वाले प्रदूषण के हानिकारक प्रभाव को कम करते हैं. ये एक तरह से एंटीडोट का काम करते हैं.  

- जब भी आप होली खेलने निकलें तब अपनी जीभ के नीचे लौंग रख लें. इससे फेफड़ों में कोई भी इंफेक्शन या संक्रमण नहीं होगा.

- रंग खेलने से पहले पाइनएपल के एक या दो मुंह रख लें. यह फेफड़ों को डिटॉक्स करने में मददगार साबित होंगे.

- होली खेलने के बाद एक कप लौंग की चाय या फिर दोबारा अदरक की चाय पी लें.

- शाम को सेब खाना भी बहुत अच्छा होता है. रिसर्च के अनुसार जो लोग सप्ताह में पांच सेब से ज्यादा खाते हैं उनके लंग्स यानी फेफड़े बाकी लोगो से ज्यादा तंदुरुस्त रहते हैं यानी उन्हें सांस की दिक्कत बिल्कुल नहीं होती है.