सात्विक भोजन बनाते समय इन बातों का रखें खास ध्यान

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योग शास्त्र में सात्विक भोजन को सबसे शुद्ध माना गया है. बिना प्याज-लहसुन और कम मसाले वाला खाना सात्विक भोजन कहलाता है. योगा करने के बाद हल्का और लाइट भोजन करने की ही सलाह दी जाती है. तो आइए हम आपको बताते हैं कि सात्विक भोजन बनाते समय किन बातों का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है.

विधि

योग शास्त्र में सात्विक भोजन को सबसे शुद्ध माना गया है. बिना प्याज-लहसुन और कम मसाले वाला खाना सात्विक भोजन कहलाता है. योगा करने के बाद हल्का और लाइट भोजन करने की ही सलाह दी जाती है. तो आइए हम आपको बताते हैं कि सात्विक भोजन बनाते समय किन बातों का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है.

- सात्विक भोजन हमेशा ताजा पका हुआ और सिंपल होना चाहिए.
- न्यूट्रिएंट्स से भरपूर हो सात्विक भोजन.
- सात्विक भोजन में अधिकतर मौसमी फल और सब्जियों का ही इस्तेमाल किया जाता है.
- फलों जो अपने आप से पके हुए हो उनको ही प्रयोग में लाया जाता है.
- इसमें खासतौर पर पैक्ड फूड और टिन के केन में मिलने वाले फूड्स और ड्रिंक्स को खाने-पीने की मनाही होती है.
- खाना बर्बाद न हो इस बात का पूरा ध्यान रखा जाता है.
- खाना बिना जल्दबाजी के अच्छी तरह से चबाकर खाना चाहिए.
- खाना हमेशा प्यार से बनाना भी सात्विक भोजन पकाने के नियमो में से एक है.