डाइट में शामिल करें ये 10 चीजें, सालभर रहेंगे फिट

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नया साल 2020 की शुरुआत हो चुकी है. कुछ लोग जश्न मनाकर नया साल सेलिब्रेट कर रहे हैं, तो कुछ नए-नए संकल्प लेकर अपना साल मना रहे हैं. ऐसे में नए साल में हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ ऐसी हेल्दी चीजों की लिस्ट जिन्हें डाइट में शामिल कर आप सालभर फिट और हेल्दी रहेंगे.

विधि

हरी सब्जियां
हरी सब्जियों में विटामिन, मिनरल्स, फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इनका सेवन शरीर को स्वस्थ और एनर्जेटिक रखता है. हरी सब्जियों में मेथी, पालक, बथुआ, सरसों का साग, मूली, हरी प्याज, बीन्स, गोभी, अलग-अलग तरीके के साग आदि शामिल करने से आप बीमारियों से कोसों दूर रह सकते हैं.

गाजर
गाजर में बीटा-कैरोटीन, विटामिन ए, एंटी-ऑक्सीडेंट आदि भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो कोलेस्ट्रोल के लेवल को नियंत्रण में रखते हैं. इसके अलावा गाजर के सेवन से शरीर में इम्यूनिटी बढ़ती है.

चुकंदर
चुकंदर में फ्लेवोनॉयड्स, फाइबर और बेटासायनिन पाया जाता है. इसके नियमित सेवन से चेहरे की रंगत अच्छी होती है और एनर्जी लेवल बढ़ता है.

केला
केले में विटामिन और मिनरल भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इसके सेवन से शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ती है जिससे एनीमिया का खतरा कम हो जाता है.

अनार
अनार विटामिन सी से भरपूर होता है. इसका जूस पाचन क्रिया को दुरुस्त करने में मदद करता है. इसमें एंटी-एजिंग गुण पाए जाते हैं, जिसके सेवन से त्वचा में चमक आती है.

अंडा
अंडा प्रोटीन का सबसे अच्छा सोर्स है. इसमें विटामिन ए, डी, बी और बी12 आदि पाए जाते हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं.

लौकी
लौकी खाना ज्यादातर लोगों को पसंद नहीं होता है. इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो डायबिटीज के रोगियों के लिए बेस्ट है. सुबह खाली पेट लौकी के जूस का सेवन करने से काफी फायदा मिलता है.

कीवी
कीवी विटामिन सी से भरपूर होती है. इसके अलावा, इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो कई तरह के इंफेक्शन को दूर करते हैं साथ ही शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को नियंत्रण में रखते हैं.

पपीता
पपीता में फाइबर और विटामिन सी और ए पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं. रोजाना इसके सेवन से आप बढ़ते वजन को रोक सकते हैं. इसके सेवन से चेहरे पर भी निखार आता है.

गुड़ और चना
गुड़ और चना दोनों ही शरीर के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. इनके नियमित सेवन से शरीर में खून की कमी नहीं होती है, जिससे एनीमिया होने का खतरा भी कम हो जाता है.