शनि जयंती पर इन बातों का रखें ध्यान, मिलेगी असीम कृपा

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आज 22 मई 2020 को शनि जयंती है. चूंकि शनिदेव का जन्म ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि के दिन हुआ है, इसलिए इस दिन शनि जयंती मनाई जाती है. शनि की साढ़े साती, शनि की ढ़ैय्या आदि शनि दोष से पीड़ित जातकों के लिए इस दिन का बहुत महत्व होता है.

इस दिन शनिदेव की पूजा अर्चना के साथ ही कई सावधानियां भी बरतनी जरूरी होती हैं. ऐसा न करने से धन हानि की संभावना बनी रहती है. शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कई बातों को जानकर उनका पालन करना आवश्यक होता है.

- शनिवार के दिन व्रत जरूर रखें.

- व्रतधारी दूध, फल, लस्सी आदि का सेवन कर सकते हैं.

- उड़द की दाल की खिचड़ी बनाकर शनि देव को भोग लगाएं.

- शुद्ध और सात्विक खाना ही खाएं.

- इस दिन नमक, काली उड़द दाल और तेल खरीदकर घर में नहीं लाएं. मान्यताओं के अनुसार इन चीजों को घर में लाने से दरिद्रता आती है.

- मांस-मदिरा जैसे तामसिक भोजन का सेवन बिल्कुल भी न करें. इससे शनि देव क्रोधित होते हैं और इसके दुष्परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.

- शनि देव को प्रसन्न करने के लिए काले तिल, काली उड़द की दाल, सरसों का तेल और सरसों के तेल का बना भोजन जरूरतमंद लोगों को शाम को दान करें.