नवरात्रि व्रत के पांचवें दिन ऐसी हो आपकी फलाहार थाली

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नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता को पूजा जाता है. इस दिन मां स्कंदमाता को केले का प्रसाद बनाकर भोग लगाना चाहिए. इसे खुद भी खाना चाहिए और ब्राह्मणों को भी देना चाहिए, ऐसा करने से बुद्धि का विकास होता है.
नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता को पूजा जाता है. इस दिन मां स्कंदमाता को केले का प्रसाद बनाकर भोग लगाना चाहिए. इसे खुद भी खाना चाहिए और ब्राह्मणों को भी देना चाहिए ऐसा करने से बुद्धि का विकास होता है.
इस दिन माता को मंत्रों के साथ छह इलायची भी चढ़ाएं.

नवरात्रि के पांचवें दिन के व्रत में शाम को अपनी फलाहारी थाली में अलग-अलग तरह के पकवानों से सजी थाली का आनंद ले सकते हैं. इसमें राजगीरे की रोटी, जीरा आलू, साबूदाना खिचड़ी, अनानास रायता, समा चावल, खीर और मेवे शामिल करें.
देवी स्कंदमाता को केले का प्रसाद चाढ़ाया जाता है तो आप भी केले से बनी चीजें जैसे केले का हलवा भोग लगा सकते हैं.

ये है केले का हलवा बनाने का आसान तरीका:

चार कच्चे केले बारीक कटे हुए
एक छोटा चम्मच इलायची पाउडर
काजू 7 से 8 कटे हुए
बादाम 7 से 8 कटे हुए
चार बड़े चम्मच चीनी
घी जरूरत के अनुसार

- पैन में आधा कप पानी डालकर इसमें चीनी डालें. चीनी घुलने तक इसे गैस पर पकाएं.
- अब चीनी में केले के टुकड़े डालकर मीडियम आंच पर 8 से 10 मिनट तक पकाएं और केले को अच्छी तरह से मैश कर लें.
- घी डालकर इसे धीमी आंच पर गाढ़ा होने तक पकाएं.
- केले का मिश्रण गाढ़ा होते ही इसमें काजू, बादाम और इलायची पाउडर डालकर मिक्स करें. एक मिनट बाद आंच बंद कर दें.
- तैयार है केले का हलवा. अब इसे केसर और पिस्ता से गार्निश कर कटोरियों में डालकर देवी को प्रासद चढ़ाएं.