कार्तिक पूर्णिमा के दिन करें ये काम, बरसेगी नौ ग्रहों की कृपा

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विधि

आज देशभर में कार्तिक पूर्णिमा का त्योहार मनाया जा रहा है. साल में कई सारी पूर्णिमाएं आती हैं. इन सभी पूर्णिमाओं में से कार्तिक पूर्णिमा को सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसे देव दीपावली भी कहा जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु के योग निद्रा से जागने के बाद सभी देवी-देवताओं ने कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की थी और दीप जलाए थे. इसलिए इसे देव दीपावली भी कहते हैं.


कहा जाता है कार्तिक पूर्णिमा के दिन नौ ग्रहों की असीम कृपा बरसती है. इस दिन नौ ग्रहों की पूजा करना फलदायी मानी जाती है. ब्राह्मण और दीन-दुखियों को दान करने का भी विधान है.

किस तरह से किया जाता है नौ ग्रहों के लिए दान?
- सूर्य के कारण दिल से जुड़ी बीमारियां हो जाती है. इसलिए इनके दोष निवारण के लिए गुड़ और गेंहू का दान करना चाहिए.
- चन्द्रमा के कारण मेन्टल स्ट्रेस होता है. इसके निवारण के लिए जल, मिश्री और दूध का दान करना चाहिए.
- मंगल के कारण रक्त दोष हो जाता है. इसके अलावा, कॉर्ट केस हो जाते हैं. इनके निवारण के लिए मसूर की दाल का दान करना चाहिए.
- बुद्ध के कारण त्वचा और बुद्धि की समस्या हो जाती है. इनसे बचने के लिए हरी सब्जियों और आंवले का दान करना चाहिए.
- बृहस्पति के कारण वजन बढ़ जाता है, पाचन तंत्र समस्या हो जाती है. इनके निवारण के लिए केला, मक्का और चने की दाल का दान करना चाहिए.
- शुक्र के कारण डायबिटीज और आंखों की समस्या होती जाती है. इनके निवारण के लिए घी, मक्खन और सफेद तिल का दान करना चाहिए.
- शनि के कारण स्नायु तंत्र और लम्बी बीमारियां हो जाती हैं. इनके निवारण के लिए काले तिल और सरसों के तेल का दान करना चाहिए.
- राहु-केतु के कारण कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं. इनके निवारण के लिए सात तरह के अनाज, काले कम्बल और जूते चप्पल का दान करना चाहिए.