नवरात्र के तीसरे दिन ऐसे करें मां चंद्रघंटा की अराधना

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विधि

आज नवरात्र का तीसरा दिन है. इस दिन देवी दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की उपासना की जाती है. इनके मस्तक में घंटे का आकार का अर्धचंद्र है, इसी कारण से इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है.
देवी दुर्गा के हर नौ स्वरूपों को अलग-अलग चीजों का भोग लगाया जाता है. मां चंद्रघंटा को प्रसाद के तौर पर दूध या दूध से बनी चीजें अर्पित की जाती हैं. गुड़ और लाल सेब भी मैय्या को बहुत पसंद है. ऐसा करने से सभी बुरी शक्तियां दूर भाग जाती हैं.

आइए हम आपको बताते हैं दूध से बने कलाकंद की रेसिपी:


सामग्री:

250 ग्राम पनीर
200 ग्राम मावा (खोया)
आधा कप क्रीम
आधा कप दूध
एक कप चीनी
एक छोटा चम्मच हरी इलायची का पाउडर
दो चम्मच बारीक कटा पिस्ता और बादाम
एक बड़ा चम्मच घी

गार्निश के लिए:
बारीक कटे पिस्ता और बादाम


बनाने की विधि:

- सबसे पहले पनीर और मावा को अच्छे से मैश कर लें या कद्दूकस करके इन्हें एकसाथ मिक्स करें.
- अब पनीर-मावा के मिश्रण में दूध और क्रीम मिलाकर कलाकंद के लिए मिश्रण तैयार कर लें.
- इसके बाद मीडियम आंच पर एक कड़ाही में घी गरम करें.
- घी के गरम होते ही इसमें मिश्रण डालकर एक बड़े चम्मच से चलाते हुए भूनें.
- जब मिश्रण आपस में अच्छी तरह से मिक्स हो जाए और उसका दूध सूखने लगे तो इसमें चीनी मिलाकर चलाएं.
- चीनी पिघल जाए और मिश्रण सूख जाए, तब इलायची पाउडर मिक्स कर आंच बंद कर दें.
- कलाकंद का मिश्रण थोड़ा ठंडा होने दें. अब एक प्लेट पर थोड़ा घी लगाएं.
- इसके बाद गुनगुने मिश्रण को घी लगी प्लेट पर डालकर अच्छे से सेट कर लें.
- चाकू की मदद से मिश्रण को चौकोर टुकड़ों में काट लें.
- तैयार है कलाकंद.