सकट चौथ पर गणपति को चढ़ाएं ये प्रसाद, मिलेगा भरपूर आशीर्वाद

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इस साल सकट चौथ कल यानी 24 जनवरी गुरूवार को है. बता दें कि चूंकि इस बार यह व्रत गुरूवार का है तो इसका महत्व और भी ज्यादा है. यह व्रत पूर्णिमा के चौथे दिन होता है.

विधि

इस साल सकट चौथ कल यानी 24 जनवरी गुरूवार को है. बता दें कि चूंकि इस बार यह व्रत गुरूवार का है तो इसका महत्व और भी ज्यादा है. यह व्रत पूर्णिमा के चौथे दिन होता है.

संतान की लंबी आयु के लिए यह व्रत रखा जाता है. शाम को गणेश जी की पूजा-पाठ कर चांद को अर्घ्य देकर इस व्रत का समापन किया जाता है. सकट चौथ को 'तिलकुटा चौथ' के नाम से भी जाना जाता है. महाराष्ट्र में इस चतुर्थी को 'संकष्टी चतुर्थी' के नाम से जाना जाता है. इस बार सकट चौथ का मुहूर्त 23 जनवरी की रात 23.59 से प्रारंभ होकर 24 जनवरी की रात 20.53 बजे तक रहेगा.

ब जानिए इस दिन गणेश जी को किन-किन चीजों का लगाया जाता है भोग:

- गणेश जी का पसंदीदा प्रसाद है लड्डू. इस दिन प्रसाद में तिल और गुड़ के बने लड्डु रखे जाते हैं.
- तिल, गुड़ और ड्राई फ्रूट्स से बने पांच लड्डू ग्णेश जी को अर्पित किए जाते हैं.

- फलों में शकरकंद और अमरूद भी रखा जाता है.
- इस दिन गुड़ की चाशनी में तिल मिलाकर तिलकूट का पहाड़ बनाया जाता है.
- व्रत का समापन भी तिल की बनी मिठाई खाकर ही किया जाता है.
- कई घरों में खाने में खीर जरूर बनाई जाती है.
- मान्यताओं के अनुसार कई जगह तिल का बकरा भी बनाया जाता है जिसे घर के बेटे से कटवाया जाया है. कहते हैं कि ऐसा करने से बच्चे का कल्याण होता है.