जायकेदार खाना बनाते थे अटलजी, इन पकवानों का नहीं कोई जवाब

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93 वर्ष की आयु में अटल बिहारी वाजपेयी का दिल्ली में निधन हो गया. तबीयत बिगड़ने के बाद अटल बिहारी को राजधानी दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती किया गया था. जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. अटल जी खान-पान के शौकीन थे. जहां भी जाते वहां की प्रसिद्ध चीज का जायका जरूर लेते. अच्छा खाने के शौकीन अटल जी अच्छा खाना भी बनाते थे.

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93 वर्ष की आयु में अटल बिहारी वाजपेयी का दिल्ली में निधन हो गया. तबीयत बिगड़ने के बाद अटल बिहारी को राजधानी दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती किया गया था. जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. अटल जी खान-पान के शौकीन थे. जहां भी जाते वहां की प्रसिद्ध चीज का जायका जरूर लेते. अच्छा खाने के शौकीन अटल जी अच्छा खाना भी बनाते थे.
ग्वालियर के बहादुरा के बूंदी के लड्डू हों या फिर दौलतगंज की मंगौड़ी, अटल जी के प्रिय व्यंजनों में से हैं. हर दुकान से उनकी यादें जुड़ी हुई हैं. बहादुरा के लड्डुओं से उनका खासा लगाव था. वो इसी शहर में कचौड़ी, मुंगौड़ी, मालपुआ बहुत खाते थे. अटल जी ग्वालियर में ही जन्में और पले बढ़े थे.

आगरा के रामबाबू के पराठे खाते थे. जबकि दिल्ली में रहने के दौरान वे अक्सर पराठे वाली गली, सागर और चंगवा के यहां जाकर कुछ न कुछ जरूर खाते थे. मिठाई अटल जी के पकवानों की मेन्यू लिस्ट में हमेशा सर्वोपरि रही. भांग ठंडाई के भी अटल जी शौकीन थे.

अटल बिहारी वाजपेयी से वरिष्ठ पत्रकार तवलीन सिंह ने एक इंटरव्यू में यह सवाल किया था कि उन्हें कविता के अलावा और क्या पसंद है, तो उन्होंने कहा था, 'कविता के अलावा घूमना पसंद है, सागर का किनारा और हिमालय की चोटियां मुझे आकृष्ट करती हैं. खाना अच्छा बनाता हूं. खिचड़ी, हलवा, खीर अच्छा बनाता हूं. इसके लिए वक्त निकाल लेता हूं.'