दूध पिलाने वाली मांओं को क्यों दी जाती है पंजीरी खाने की सलाह
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कृष्ण जन्माष्टमी यानी श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर बनाए गए पकवानों में
सबसे खास होती है पंजीरी. पर क्या आप जानते हैं कि इसे खाने के कई फायदे भी
हैं. जी हां, पंजीरी की तासीर गर्म होती है. यह जितना बाकी लोगों के लिए
फायदेमंद है उससे कहीं ज्यादा ऐसी महिलाओं के लिए फायदेमंद जो अभी-अभी मां बनी हैं, पर ध्यान देने वाली बात यह है कि इसे दिन में दो से ज्यादा बार नहीं खाना चाहिए.
विधि
कृष्ण जन्माष्टमी यानी श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर बनाए गए पकवानों में सबसे खास होती है पंजीरी. पर क्या आप जानते हैं कि इसे खाने के कई फायदे भी हैं. जी हां, पंजीरी की तासीर गर्म होती है. यह जितना बाकी लोगों के लिए फायदेमंद है उससे कहीं ज्यादा ऐसी महिलाओं के लिए फायदेमंद जो अभी-अभी मां बनी हैं, पर ध्यान देने वाली बात यह है कि इसे दिन में दो से ज्यादा बार नहीं खाना चाहिए.
- धनिया पाउडर को घी में मिश्री के साथ मिलाकर भूनकर खाने से दिमाग सही रहता है, एकाग्रता बढ़ती है.
- पाचन तंत्र को भी सक्रिय बनाए रखती है ये पंजीरी.
- रोजाना यह पंजीरी खाना गठिया के मरीजों के लिए भी लाभकारी हो सकती है.
- आंखों के लिए बहुत फायदेमंद है इस पंजीरी का सेवन.
दूध पिलाने वाली महिलाओं के लिए इसका सेवन ऐसे है फायदेमंद:
- धनिये की पंजीरी दूध बढ़ाने का काम करती है.
- महिलाओं की इम्यूनिटी पावर को मजबूत बनाती है पंजीरी.
- ठंड दूर भगाने में भी बहुत लाभदायक है इसका सेवन.
- कई बार कुछ महिलाओं में बच्चा पैदा होने के बाद के एक-दो महीने तक डिप्रेशन रहता है. ऐसी स्थिति में यह पंजीरी इससे भी निजात दिला सकती है.