जानें क्या था गांधी जी के हमेशा सेहतमंद रहने का राज
विधि
हर साल 30 जनवरी को पूरे भारत में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाई जाती है. उन्होंने अब तक न जाने कितने ही आंदोलन और सत्याग्रह की लड़ाइयां लड़ीं. पर क्या आप जानते हैं कि गांधी जी ऐसा क्या खाते थे जिससे उनमें हमेशा स्फूर्ति बनी रहती थी? आखिर किस चीज के बल पर उन्होंने खुद को हमेशा सेहतमंद रखा? जी हां, ऐसे में पूरा योगदान रहा एक अच्छे संतुलित खान-पान का. गांधी जी का कहना था कि हमें खाना स्वाद के लिए नहीं बल्कि ताकत पाने के लिए खाना चाहिए. आइए हम आपको बताते हैं कि कैसा था गांधी जी का खान-पान.
- गांधी जी सुबह-शाम गुनगुने पानी में नींबू का रस और शहद डालकर पीते थे.
- तंदुरूस्त रहने के लिए वे रोजाना अंकुरित गेंहू तो जरूर खाते थे.
- बकरी का दूध पीना तो गांधी जी कभी नहीं भूलते थे. उनके अनुसार इंसान को अपनी मां के दूध के अलावा किसी भी दूसरे दूध को पीने का कोई अधिकार नहीं है. पर सेहत के चलते जब उन्हें डॉक्टरों ने दूध पीने की सलाह दी तो उन्होंने बाध्य होकर गाय का नहीं, बकरी का दूध पीना शुरू किया.
- दोपहर के खाने में वे गेंहू और चने की मिक्स रोटी और साथ में पीली दाल खाना पसंद करते थे.
- गांधी जी कभी भी दाल में बिना घी डाले इसे नहीं खाते थे.
- बापू चाय -कॉफी से सख्त परहेज रखते थे और सिर्फ जूस पिया करते थे.
- सब्जियों की बात करें तो सरसों की भाजी, मूली भाजी, सुवा, लुनी आदि उन्हें पसंद थे.
- खाना खाने के बाद मीठे में वे शहद ले लिया करते थे.
- फलों में अमरूद उनकी पहली पसंद रहा करता था.
- रोजाना बादाम का हलवा और साबुत बादाम, किशमिश उनकी डाइट में शामिल था.