टोंड, डबल टोंड या फुलक्रीम, जानिए कौन-सा दूध है बेहतर
विधि
अगर आप यह सोचते हैं कि कम फैट वाला दूध या डबल टोंड या टोंड दूध पीने से आप मोटापे से दूर रह सकते हैं, स्वस्थ रह सकते हैं तो ऐसा बिल्कुल नहीं है. एक नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने यह दावा किया है कि फुल क्रीम वाला दूध दिल के लिए सबसे अच्छा रहता है.
कनाडा के मैकमास्टर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने 21 देशों में 35 से 70 वर्ष के बीच के 136,384 लोगों पर अध्ययन किया. नौ वर्षों के दौरान हुए इस अध्ययन में डेयरी उत्पादों के सेवन से स्वास्थ्य पर असर की निगरानी की गई. अध्ययन के लिए प्रतिभागियों को चार अलग-अलग श्रेणियों में विभाजित किया गया. एक में जिन्होंने डेयरी उत्पाद बिल्कुल नहीं खाया, दूसरे में दिन में एक बार, तीसरे में दिन में दो बार और चौथे में एक दिन में दो बार से अधिक बार खाने वालों को रखा गया.
(इन चीजों को चाहकर भी नहीं कर सकते दूध से जुदा)
द लैंसेट जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के नतीजों में शोधकर्ताओं यह बताया कि दूध न लेने वालों के मुकाबले जिन लोगों ने एक दिन में दो से अधिक बार डेयरी उत्पाद लिए उनमें मृत्यु दर कम थी और दिल की बीमारी होने या स्ट्रोक का खतरा भी कम था. इसके अलावा जिन लोगों ने पूर्ण वसायुक्त डेयरी उत्पाद एक दिन में तीन बार लिए उनमें दिल की बीमारी का अनुभव करने की संभावना कम थी.
अध्ययन की प्रमुख लेखक डॉ. महशीद देहघान ने बताया है कि कि कम वसा वाली चीजें लोग इसलिए पसंद करते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि संतृप्त वसा कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है. उन्होंने ने यह भी कहा है कि डेयरी उत्पादों में कई अन्य घटक जैसे अमीनो एसिड, विटामिन K, कैल्शियम, मैग्नीशियम भी होते हैं जो सेहत के लिए अच्छे हो सकते हैं. इसलिए एक ही पोषक तत्व पर ध्यान केंद्रित नहीं करना चाहिए.
अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि डेयरी उत्पाद मृत्यु दर और दिल की बीमारी से बचा सकते हैं. शोधकर्ताओं के मुताबिक, मक्खन और पनीर की तुलना में दूध और दही के नियमित सेवन से मृत्यु दर कम होती है और इसका अच्छा प्रभाव पड़ता है.