जब चिकन सूप के लिए लड़ गए थे उद्धव और राज ठाकरे

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उद्धव ठाकरे अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन चुके हैं. जहां एक तरफ शपथ ग्रहण समारोह में सभी दिग्गज नेता मौजूद थे तो वहीं राज ठाकरे भी आए थे. इतने सालों के मतभेद के बावजूद राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया, लेकिन दोनों भाइयों का चिकन सूप पर भी एक दिलच्सप किस्सा रह चुका है. आइए जानते हैं इसके बारे में.

 

विधि

उद्धव ठाकरे अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन चुके हैं. जहां एक तरफ शपथ ग्रहण समारोह में सभी दिग्गज नेता मौजूद थे तो वहीं राज ठाकरे भी आए थे. इतने वर्षों के मतभेद के बावजूद भी राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया, लेकिन दोनों भाइयों के बीच चिकन सूप को लेकर तीखी बहस हो गयी थी. 

दरअसल, बात 2014 के लोकसभा इलेक्शन की है, जब दोनों दलों यानी शिवसेना और महाराष्ट्र नव निर्माण सेना  के उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए अपने-अपने जुलूस के साथ पहुंचे थे. उद्धव और राज ठाकरे के बीच कहासुनी में युद्ध जैसी स्थिति पैदा हो गई थी. इसपर राज ठाकरे ने टिप्पणी करते हुए कहा कि, उद्धव एक पुत्र के रूप में अपने कर्तव्यों में विफल हो गए और मैं ही था जिसने बाल ठाकरे के आखिरी दिनों में उनकी देखभाल की थी.

राज ठाकरे ने बताया जब बाल ठाकरे अस्पताल में थे तब उन्हें वटाटा वड़ा जैसी तली हुई चीजें खाने को दी जाती थीं, लेकिन जब इस बात का पता उन्हें लगा तो वे बाल ठाकरे के लिए अस्पताल में चिकन सूप भिजवाने लगे. रोजाना बाल ठाकरे इस चिकन सूप को पीते थे और इसे वे कोमा में जाने से पहले तक पीते रहे.