अगर आप भी खाते हैं फुटपाथ वाले गोलगप्पे तो हो जाइये सावधान

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विधि

गोलगप्पे खाना हर किसी को पसंद है. इसका खट्टा-मीठा और चटखारा पानी लड़कियों को बहुत पसंद आता है. वैसे तो आप विश्वसनीय दुकान से ही गोलगप्पे खाते होंगे, लेकिन उस गोलगप्पे को स्वादिष्ट बनाने के लिए क्या-क्या मिलाया जाता है, इससे शायद बेखबर होंगे. लोगों की इसी विश्वसनीयता और बेखबरी का फायदा उठाना गुजरात के एक पानी पताशा वेंडर को भारी पड़ गया था. वह वेंडर फुल्की या गोलगप्पे के पानी का स्वाद बढ़ाने के लिए उसमें टॉयलेट क्लीनर मिलाता था.
आपको बता दें कि इस मामले से ऐसे कयास लगाए जा सकते हैं कि गोलगप्पे के पानी को और ज्यादा स्वादिष्ट बनाने के लिए उसमें टॉयलेट क्लीनर जैसे हानिकारक तत्व मिलाए जा सकते हैं. हालांकि यह हर जगह नहीं होता, लेकिन ऐसा ही एक मामला सामने आया था अहमदाबाद से जब पुलिस ने एक गोलगप्पे वाले वेंडर चेतन नान्जी को पकड़ा था.



दरअसल, चेतन नान्जी (मारवाड़ी) गोलगप्पे का स्वाद बढ़ाने के लिए उसमें टॉयलेट क्लीनर मिलाता था. ऐसा करने पर चेतन के खिलाफ शिकायत की गई थी. यह मामला 2009 का था. 8 साल चले इस मामले में फैसला फरवरी 2017 में आया था. जिसमें चेतन नान्जी को दोषी पाया गया और अदालत 6 महीने की सजा सुनाई गई थी.
आप को बता दें कि अहमदाबाद के लाल इलाके में रहने वाले लोग शयद ही चेतन नान्जी को भूलें. यह मामला तब सामने आया जब शाम को गोलगप्पे का पानी बच जाता था तो चेतन पानी तो सड़क पर फेंक दिया करता था. जब यह सड़क खराब होने लगी तो शिकायत मिलने पर अहमदाबाद नगर निगम ने गोलगप्पे के पानी का सैंपल लिया और टेस्टिंग की तो उसमें ऑक्जेलिक एसिड का इस्तेमाल होना पाया था. बता दें कि इसका उपयोग अक्सर टॉयलेट क्लीन करने के लिए किया जाता है. इसमें ट्राइक्लोजन और क्वाट्रनरी जैसे तत्व होते हैं जो सेहत के लिए काफी नुकसानदायक होते है. और इसी से फुड पॉयजनिंग की शिकायत होती है.

इस खबर से पकवानगली यह नहीं कह रहा है कि आप पानी पताशे बेचना और खाना बंद कर दीजिए. बल्कि इससे लोगों को अगाह किया जा रहा है ताकि वे अपने स्वास्थ्य का बेहतर ध्यान रख सकें.