जीरा ही नहीं, ये चीजें भी हो सकती हैं नकली, ऐसे करें पहचान

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आमतौर पर मिठाई , दूध, मावा, इन सब में मिलावट की खबरें तो सब सुनते ही आ रहे हैं, लेकिन अब खाने में स्वाद बढ़ाने वाला जीरा भी इसमें शामिल हो चुका है. सुनकर हैरानी होगी कि जीरे में मिलावट कैसे होगी. सिर्फ जीरा ही नहीं बल्कि मार्केट में नकली चावल, खोया, दूध, दाल, पनीर में भी मिलावट होती है. जिनकी पहचान इन तरीकों से की जा सकती है.

विधि

आमतौर पर मिठाई , दूध, मावा, इन सब में मिलावट की खबरें तो सब सुनते ही आ रहे हैं, लेकिन अब खाने में स्वाद बढ़ाने वाला जीरा भी इसमें शामिल हो चुका है. सुनकर हैरानी होगी कि जीरे में मिलावट कैसे होगी. सिर्फ जीरा ही नहीं बल्कि मार्केट में नकली चावल, खोया, दूध, दाल, पनीर में भी मिलावट होती है. जिनकी पहचान इन तरीकों से की जा सकती है.

दरअसल, नकली जीरे का कारोबार उत्तर प्रदेश से लेकर दिल्ली, गुजरात और राजस्थान तक फैला हुआ है. नकली जीरे को पहचानना थोड़ा मुश्किल होता है क्योंकि इसे जंगली घास से तैयार किया जाता है जोकि जीरे के जैसे ही होती है. यह शरीर के लिए बहुत ही नुकसानदायक मानी जाती है. इसके सेवन से शरीर में पथरी जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है. इतना ही नहीं डॉक्टर्स की मानें तो नकली जीरे इम्यून सिस्टम पर भी प्रभावित होती है.

कैसे करें जीरे की पहचान?
- नकली जीरे की पहचान करने के लिए एक कटोरी में पानी और जीरा डाल दें.

- अगर जीरा रंग छोड़ने लगे और नरम होकर टूट जाए, तो समझ लीजिए यह नकली है.

- नकली जीरे में असली जीरे की तरह किसी प्रकार की खुशबू नहीं आती है. असली जीरा पानी डूब जाएगा. जबकि नकली वाला ऊपरी सतह पर तैरने लगेगा.
तेल की पहचान
आमतौर पर तेल ऐसी चीज है, जो खाने से लेकर अचार तक में इस्तेमाल होता है. सरसों के तेल में खाना पकाना सेहत के लिए काफी लाभदायक माना जाता है, लेकिन तेल असली है या नकली इसकी पहचान करना बेहद जरूरी है.
- असली सरसों के तेल में झांस बहुत तेज आती है और आंखों में जलन होने लगती है.
- तेल की बूंद हाथों पर रगड़ने से अगर रंग छोड़ दे तो समझ लीजिए नकली है.
- सर्दियों में तेल कभी जमता नहीं है, अगर तेल नकली है तो यह जमने लगेगा.
- मिलावटी तेल को गरम करने पर चक्कर और छींक आने लगती है.
घी की पहचान
मार्केट में कई ब्रांड के घी आते है. सभी दावा करते हैं कि उनका घी शुद्ध है. इसमें किसी प्रकार की मिलावट नहीं होती है, लेकिन यह सच नहीं होता है. इसमें मिलावट होती है.
- घी में एक बड़ा चम्मच हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCL) डालकर देख लें. अगर घी लाल हो जाए तो घी नकली है.
- एक चम्मच घी में कुछ बूंदे आयोडीन की डालें. अगर घी का रंग नीला हो जाए तो घी नकली है.
- थोड़ा सा घी लेकर हाथों में रगड़ें. अगर कुछ देर में इसकी खुशबू आना बंद हो जाए तो घी नकली है.
- घी को सूंघकर देखें अगर इसमें आलू की गंध आ रही है तो समझिए यह नकली. ज्यादातर घी में आलू की मिलावट की जाती है.

दूध की पहचान
हालांकि, मार्केट में सिर्फ जीरा ही इस लिस्ट में शामिल नहीं है, बल्कि दूध भी शामिल है, जो मिलावट के लिए हमेशा से ही बदनाम रहा है. दूध में मिलावट की 90 फीसदी संभावना होती है.


- असली दूध का स्वाद हल्का मीठा होता है, जबकि नकली दूध डिटर्जेंट के कारण कड़व-सा लगता है.
- दूध में पानी की मिलावट की जांच करने के लिए किसी चिकनी लकड़ी या पत्थर की सतह पर दूध की एक या दो बूंद टपकाकर देखें. अगर दूध बहता हुआ नीचे की तरफ गिरे और सफेद धार-सी निशान बन जाए तो दूध शुद्ध है.
- दूध को बर्तन में डालकर कड़छी या चम्मच से जोर से हिलाएं अगर यह नकली होगा तो ज्यादा झाग उठेगी.

मावा की पहचान
त्योहारों पर मावा भी मिलावटी आता है. असली मावा की पहचान करने के लिए मावा को नाखून से रगड़ें. असली मावा है तो इसमें घी की महक आएगी.

- मावे में चीनी डालकर गर्म करें, अगर यह पानी छोड़ने लगे तो मावा नकली है.
- असली खोया खाने पर मुंह में नहीं चिपकता है, नकली मावा मुंह में चिपकने लगता है.
- असली मावा खाने में कच्चे दूध जैसा लगेगा.
चावल की पहचान
चावल बिहार, बंगाल आदि का फेमस आहार है. खाने में रोटी भले ही ना हो, लेकिन चावल का होना अनिवार्य है. आजकल मार्केट में चावल भी मिलावटी आने लगा है, जो प्लास्टिक से बना हुआ होता है.
- प्लास्टिक के चावल से खुशबू नहीं आती है.
- असली चावल पकने के बाद नरम हो जाता है, लेकिन नकली चावल पकने के बाद भी टाइट बना रहता है.
- असली चावल पानी पर तैरता नहीं है, लेकिन नकली चावल पानी में डालने के बाद तैरने लगता है.
- एक मुट्ठी चावल तवे पर गर्म करके देख लें.प्लास्टिक के चावल पिघलने लगेंगे, जबकि असली चावल भुनकर कड़क हो जाएंगे.
पनीर की पहचान
शादी-पार्टी से लेकर त्योहारों तक पनीर बनना तो लाजमी है. इसके बिना तो भोजन अधूरा है, लेकिन मार्केट में लोग नकली पनीर को असली बनाकर धड़ल्ले से बेचते आ रहे हैं. असली पनीर की पहचान करने के लिए जानते हैं.
- पनीर का एक छोटा-सा टुकड़ा आप हाथ में मसलकर देख सकते हैं. अगर यह टूटकर बिखरने लगे तो पनीर नकली है.
- नकली पनीर ज्यादा टाइट होता है. वह रबड़ की तरह होता है. पनीर को पानी में उबाल कर ठंडा करके कुछ बूंदें आयोडीन टिंचर की डाल लें, अगर पनीर का रंग नीला पड़ जाए तो पनीर नकली है.