चॉकलेट खाने में नंबर-1 हैं हम, स्वीट का बेस्ट ऑप्शन बना

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रूठे को मनाना हो या फिर खुशियां बांटनी हों हम अक्सर ये काम मिठाई खिलाकर कर लेते हैं. अगर मिठाई नहीं मिली तो चॉकलेट से काम चलाया जाता है. इस चीज को चॉकलेट बनाने वाली एक कंपनी ने अच्छी तरह भुनाया भी है. शुभ आरंभ करने से पहले कुछ मीठा हो जाए. तो भारतीयों की इसी अदा ने उन्हें नंबर 1 बना दिया है, चॉकलेट खाने-खिलाने में. हालिया रिसर्च में यह पाया गया है कि भारत ने चॉकलेट खपत में ऑस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया को पछाड़ दिया है. मतलब चॉकलेट खाने में हम इनसे बहुत आगे हैं.

विधि

रूठे को मनाना हो या फिर खुशियां बांटनी हों हम अक्सर ये काम मिठाई खिलाकर कर लेते हैं. अगर मिठाई नहीं मिली तो चॉकलेट से काम चलाया जाता है. इस चीज को चॉकलेट बनाने वाली एक कंपनी ने अच्छी तरह भुनाया भी है. शुभ आरंभ करने से पहले कुछ मीठा हो जाए. तो भारतीयों की इसी अदा ने उन्हें नंबर 1 बना दिया है, चॉकलेट खाने-खिलाने में. हालिया रिसर्च में यह पाया गया है कि भारत ने चॉकलेट खपत में ऑस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया को पछाड़ दिया है. मतलब चॉकलेट खाने में हम इनसे बहुत आगे हैं. (चॉकलेट फज की दीवानी हैं जैकलीन फर्नांडीज )

भारत दुनिया में तेजी से चॉकलेट मार्केट में उभरा है. जहां पिछले साल ब्रिकी में 13 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. लंदन की कंपनी मिनटेल ने रिसर्च में यह पाया है. इसके मुताबिक जहां दूसरे देशों में चॉकलेट की स्थिति जस की तस है वहीं भारत में 2016 में 228,000 टन चॉकलेट की खपत हुई.
(20 मिनट में बनाएं चॉकलेट फज )

आस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया में यह आंकड़ा 95 हजार टन का रहा है. जबकि भारत और पोलैंड में ही चॉकलेट में 13 और 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. अमेरिकी, जर्मनी, ब्रिटेन और फ्रांस की ब्रिकी इस दौरान इससे पिछले साल के स्तर पर स्थिर रही. वहीं रूस में 2 फीसदी, ब्राजील में 6 फीसदी और चीन में 6 फीसदी की गिरावट आई है. मिनटेल फूड एंड ड्रग के निदेशक मसिया मोगेलोन्सकी ने कहा कि विकसित देशों में चॉकलेट की बिक्री में बहुत ठहराव रहा है. इसे उलट भारत जैसे उभरते बाजारों में तस्वीर अच्छी है.

हर 5 में से 2 भारतीय स्वीट के रूप में चॉकलेट या फिर केक खाना पसंद करते हैं. जिस पेड़ से चॉकलेट मिलती है, उसका साइंटिफिक नाम है थियोब्रोमा कोको यानि की फूड ऑफ द गॉड्स. वहीं आपको जानकर हैरत होगी कि चॉकलेट के 600 फ्लेवर हैं. कहा तो यह भी जा रहा है कि प्राचीन समय में माया पहली ऐसी महिला थी, जो लगातार कोको पेड़ उगाती थी और चॉकलेट पीती थी. जबकि पहली चॉकलेट बार 1847 में जोसेफ फ्राई द्वारा बनाई गई थी.