कितना सही है माइक्रोवेव में खाना पकाना?
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भागती-दौड़ती जिंदगी में माइक्रोवेव हमारे कई काम आसान कर देता है. खाना
पकाने से लेकर गरम करने तक, हर काम मिनटों में हो जाता है. चाय तो सिर्फ 30
सेकेंड्स में ही गरम हो जाती है. पर क्या आप जानते हैं कि माइक्रोवेव
मेहनत तो कम कर देता है पर इसके कई दुष्परिणाम यानी साइड इफेक्ट्स भी होते
हैं. आइए जानते हैं.
विधि
भागती-दौड़ती जिंदगी में माइक्रोवेव हमारे कई काम आसान कर देता है. खाना पकाने से लेकर गरम करने तक, हर काम मिनटों में हो जाता है. चाय तो सिर्फ 30 सेकेंड्स में ही गरम हो जाती है. पर क्या आप जानते हैं कि माइक्रोवेव मेहनत तो कम कर देता है पर इसके कई दुष्परिणाम यानी साइड इफेक्ट्स भी होते हैं. आइए जानते हैं.- प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए माइक्रोवेव के इस्तेमाल की मनाही होती है. इससे खतरनाक रेडिएशंस निकलते हैं जो अंदर पल रहे बच्चे पर बुरा असर डालते हैं.
- माइक्रोवेव में खाना पकाने से खाने की पौष्टिकता कम हो जाती है. भोजन में पोषण का न रहना यानी कोई फायदा न रहना. इससे शरीर को उल्टा नुकसान ही होगा.
- माइक्रोवेव में पका हुआ खाना इम्यूनिटी पर भी असर डालता है. ऐसा करने से इम्यूनिटी कमजोर होती है.
- इसका असर पाचन क्रिया पर भी पड़ता है. पेट की समस्या पैदा होती है.
- माइक्रोवेव में पका खाना कैंसर कोशिकाओं की संख्या बढ़ाता है.
- भोजन में जब पोषण नहीं रहता तो इसका असर स्किन पर भी दिखता है. समय से पहले झुर्रियां नजर आने लगती है.
- ऐसा खाना दिमाग पर भी असर डालता है. स्मरण शक्ति कमजोर होती है.
- हार्मोंस पर भी माइक्रोवेव में पके हुए खाने का असर पड़ता है.