ऑडी और मर्सिडीज से भी महंगे बिके दो खरबूजे

offline
भारत में खरबूजा 50-100 रुपये प्रतिकिलो बिकता है, लेकिन जापान में इनकी कीमत लाखों में होती है. जी हां, मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वहां दो खरबूजों की नीलामी की गई और कीमत इतनी लगाई गई कि जितने में ऑडी और मर्सिडीज की बेसिक कारें आ जाएं. बता दें जापान में खरबूजों की हमेशा बोली लगती है. यह बोली Hokkaido के Sapporo wholesale market में लगाई थी.

विधि

भारत में खरबूजा 50-100 रुपये प्रतिकिलो बिकता है, लेकिन जापान में इनकी कीमत लाखों में होती है. जी हां, मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वहां दो खरबूजों की नीलामी की गई और कीमत इतनी लगाई गई कि जितने में ऑडी और मर्सिडीज की बेसिक कारें आ जाएं. बता दें जापान में खरबूजों की हमेशा बोली लगती है. यह बोली Hokkaido के Sapporo wholesale market में लगाई थी.

जापान में ऐसे खरबूजों को हाइब्रिड तरीके से उगाया जाता है. होकाइडो शहर के यूबरी में मई महीने में रिकॉर्ड बोली लगी. यहां दो खरबूजे 5 मिलियन येन यानी 45 500 डॉलर में बिके. अगर भारतीय रुपयों की बात करें तो इनकी कीमत 31,79,094 रुपये बैठती है. यह बोली सपोरो होलसेल मार्केट में लगी थी.

इन तरबूज की खासियत यह होती है कि ये अपने स्वाद के लिए जाने जाते हैं. इन्हें Yubari Melons कहा जाता है क्योंकि ये Yubari शहर में ही उगाए जाते हैं. प्रीमियम कैंटालूप किस्म के ये तरबूज भरपूर रसदार, संतरे रंग जैसा गूदा और उच्च शर्करा वाले होते हैं. इसीलिए लोग इन्हें खरीदना पसंद करते हैं. इसके लिए वे बोली भी लगाते हैं.

पिछले साल भी ऐसी ही नीलामी के दौरान दो प्रीमियम खरबूजों की कीमत 3.2 येन यानी 29,300 अमेरिकी डॉलर तक लगी थी. इनकी इंडियन करेंसी में कीमत लगभग 19.84 लाख रुपए के बराबर थी. इन खरबूजों को उत्तरी Hokkaido में Sapporo wholesale market में एक स्थानीय फल पैकिंग फर्म ने इतना मंहगा दाम देकर खरीदा था.