मकर संक्रांति पर खान-पान की इन चीजों का करें दान, ये है महत्व

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विधि

मकर संक्राति का पर्व देशभर में मनाया जाता है. कहीं इसे उत्तरायण कहते हैं तो कहीं इसे बिहू के नाम से मनाया जाता है. इस दिन गंगा स्नान, व्रत, कथा, दान और भगवान सूर्यदेव की उपासना करने का बहुत महत्व होता है.

इस दिन प्रात: काल उठकर, नहा-धोकर, पाठ-पूजा किया जाता है साथ ही दान की सामग्री की थाली सजाकर दान का संकल्प छोड़ा जाता है. ज्योतिषानुसार मकर संक्रांति सुबह 8 बजकर 30 मिनट से शुरु हो चुकी है. दान-दक्षिणा का पुण्य काल सुबह 8:30 से लेकर शाम के 5 बजकर 46 मिनट तक रहेगा. वहीं महापुण्य काल सुबह 8 बजकर 30 मिनट से लेकर 10 बजकर 15 मिनट तक ही था.

तो आइए हम आपको बताते हैं कि मकर संक्रांति पर खान-पान की कौन-कौन सी चीजों का दान करना होता है शुभ.  

अन्न: संक्रांति पे अन्न दाल करना बहुत शुभ माना जाता है. अन्न में खिचड़ी का सामान दिया जाता है जैसे दाल-चावल, आदि. उड़द दाल की बनी खिचड़ी का दान करने से शनि दोष दूर होता है.
घी: खिचड़ी के सामान के तौर पे घी का होना तो आवश्यक है. घी के दान से करियर में लाभ मिलता है, भौतिक सुविधाओं की प्राप्ति होती है.
सब्जी: आलू, गाजर, बैंगन आदि आप कोई भी सब्जी या सारी सब्जियां ही रख सकते हैं.
पापड़: खिचड़ी की बात हो और पापड़ न हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता.
गुड़: गुड़ के दान से शनि, गुरु और सूर्य तीनों के दोष दूर होते हैं. आप इस दिन इससे बने लड्डू या चिक्की कुछ भी दान कर सकते हैं.  
तिल: तिल न केवल दान में बल्कि इसका इस्तेमाल सूर्य को अर्क देने में भी किया जाता है.
हल्दी, नमक: खिचड़ी के सामान के तौर पे नमक और हल्दी का भी दान किया जाता है.
मूंगफली: मूंगफली या इसकी बनी चिक्की भी दाल की थाली में रखी जाती है.
गजक: तिल की गजक भी दाल के रुप में रखी जाती है.  

इन सभी चीजों के साथ ही पैसे भी रखे जाते हैं.