ये हैं ग्रीन टी से जुड़े कुछ मिथक और उनकी सच्चाई

offline
अक्सर लोग वजन कम करने के लिए, फिट रहने के लिए ग्रीन टी पीना पसंद करते हैं. पर जैसा कि कहते हैं कि अति हर चीज की बुरी होती है, वैसे ही अंधाधुंध तरीके के ग्रीन टी पीना फायदा नहीं बल्कि नुकसान ही देता है. आइए हम बताते हैं ग्रीन टी से जुड़े कुछ मिथक और सच्चाई.

विधि

अक्सर लोग वजन कम करने के लिए, फिट रहने के लिए ग्रीन टी पीना पसंद करते हैं. पर जैसा कि कहते हैं कि अति हर चीज की बुरी होती है, वैसे ही अंधाधुंध तरीके के ग्रीन टी पीना फायदा नहीं बल्कि नुकसान ही देता है. आइए हम बताते हैं ग्रीन टी से जुड़े कुछ मिथक और सच्चाई.

मिथक:  ज्यादा ग्रीन टी पीने से वजन जल्दी कम होता है.
सच्चाई:  वजन कम करने के लिए दिन में 2-3 कप ग्रीन टी पीना ही सही है. ज्यादा ग्रीन टी पीने से सिरदर्द या डायरिया होने की संभावना रहती है.

मिथक:  सुबह-सुबह खाली पेट ग्रीन टी पीना फायदेमंद होता है.
सच्चाई:  ग्रीन टी में कैफीन की मात्रा ज्यादा होती है और इसे खाली पेट पीने से चक्कर आ सकते हैं, एसिडिटी हो सकती है.

मिथक: ग्रीन टी पीने से नींद पर कोई असर नहीं होता है.
सच्चाई:  सामान्य चाय जैसे ही ग्रीन टी में मौजूद कैफीन से नींद उड़ सकती है.

मिथक:  प्रेग्नेंसी में ज्यादा ग्रीन टी पीने से कोई नुकसान नहीं होता है.
सच्चाई:  डॉक्टर्स के अनुसार कैफीन की वजह से प्रेग्नेंसी में ग्रीन टी पीने की मनाही होती है. इससे बच्चे पर नेगेटिव इफेक्ट हो सकता है.

मिथक:  ज्यादा पुरानी ग्रीन टी अच्छी होती है.
सच्चाई:  ज्यादा दिनों तक रखे रहने से ग्रीन टी की एंटी-ऑक्सीडेंट पावर कम हो जाती है.

मिथक:  हर्बल होने की वजह से ग्रीन टी का कोई साइड इफेक्ट नहीं है.
सच्चाई:  हर चीज की अति से नुकसान होता ही है.