WorldEarthDay: खाने से है प्यार तो धरती को यूं न करें बेकार

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आज यानी 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस (World Earth Day) मनाया जाता है. अर्थ यानी पृथ्वी को बचाए रखने की, इसे हरा-भरा रखने की बहुत जरूरत है.

विधि

आज यानी 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस (World Earth Day) मनाया जाता है. अर्थ यानी पृथ्वी को बचाए रखने की, इसे हरा-भरा रखने की बहुत जरूरत है.
खाने की थाली और धरती का आपस में बहुत गहरा संबंध है. थाली में परोसी गई हर चीज की पैदावार मिट्टी में ही होती है. अगर मिट्टी ही न हो, धरती ही उपजाऊ न बचे तो इंसान को खाना मिलना दुर्लभ होता चला जाएगा.

हमारे खान-पान की हर चीज मिट्टी से ही जुड़ी हुई है. मिट्टी नहीं तो खाना नहीं. मिट्टी में पैदा होने वाले फल और सब्जियां भोजन के रूप में हमारी थाली में परोसी जाती हैं, ऐसे में अगर मिट्टी ही उपजाऊ न हो तो फल और सब्जियों की पैदावार भी अच्छी नहीं होती है.

ऐसी भयावह स्थिति से बचने के लिए हमें मिट्टी को बचाने का हर संभव प्रयास करना चाहिए ताकि कभी सूखा न पड़े और खान-पान की कमी न हो. मिट्टी हमेशा उपजाऊ बनी रहे और खेत लहलहाते रहें. पृथ्वी को बचाए रखने की जिम्मेदारी आपकी, हमारी और सबकी है.