बच्चे को दूध पिलाने का ये है तरीका, ज्यादातर महिलाओं को नहीं है पता
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बच्चे के पैदा होने से लेकर कई महीनों तक उसे मां का दूध ही पिलाया जाता
क्योंकि बच्चे के लिए इससे ज्यादा पौष्टिक और कुछ नहीं होता. एक्सपर्ट्स की
मानें तो दूध पिलाने के भी अपने कई नियम होते हैं जिन्हें फॉलो करना बच्चे
के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है.
विधि
बच्चे के पैदा होने से लेकर कई महीनों तक उसे मां का दूध ही पिलाया जाता क्योंकि बच्चे के लिए इससे ज्यादा पौष्टिक और कुछ नहीं होता. एक्सपर्ट्स की मानें तो दूध पिलाने के भी अपने कई नियम होते हैं जिन्हें फॉलो करना बच्चे के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है.
- दूध पिलाने के सही तरीके की बात की जाए तो बैठकर या सिरहाने पर टेक लगाकर पिलाना ही सही होता है.
- दूध पिलाते समय जब बच्चे लिटाया जाता है तब इस बात का खास ध्यान देना चाहिए कि बच्चे का सर शरीर के लेवल से थोड़ा ऊपर ही उठा होना चाहिए.
- ऐसा करने से बच्चे को दूध पीने में आसानी होती है, यह गले में नहीं अटकता है.
- दूध पिलाने वाली माताओं को अपने खान-पान पर ध्यान देना भी बहुत जरूरी होता है.
- चूंकि बच्चे को शुरुआती दिनों में दूध से ही पोषण मिलता है, इसलिए मां का पौष्टिक खाना बहुत जरूरी हो जाता है.
- कहते हैं मां जैसा खाती है, बच्चे को दूध में वैसा ही स्वाद मिलता है.
- दूध पिलाने वाली माताओं को पेट में गैस बनाने वाली चीजों से दूर रहना चाहिए.
- जितना हो सके कॉफी से परहेज करना चाहिए क्योंकि इससे बच्चे की नींद पर भी असर पड़ता है.
- खुश रहना ही बच्चे और मां दोनों के सेहतमंद रहने की कुंजी है.