पितृ पक्ष में भूलकर भी नहीं करने चाहिए ऐसे काम

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पितृ पक्ष या श्राद्ध पक्ष का पालन पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए किया जाता है. अगर सभी काम सही तरीके से यानि विधिपूर्वक पूरा किया जाता है तो पितर बहुत प्रसन्न और संतुष्ट होते हैं और परिजनों को उनकी असीम कृपा प्राप्त होती है. जानें पंडित द्वारका प्रसाद दुबे के अनुसार इस पक्ष का पालन करते हुए किन बातों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.

विधि

पितृ पक्ष या श्राद्ध पक्ष का पालन पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए किया जाता है. अगर सभी काम सही तरीके से यानि विधिपूर्वक पूरा किया जाता है तो पितर बहुत प्रसन्न और संतुष्ट होते हैं और परिजनों को उनकी असीम कृपा प्राप्त होती है. जानें पंडित द्वारका प्रसाद दुबे के अनुसार इस पक्ष का पालन करते हुए किन बातों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.

- पितृ पक्ष में पिंडदान और तर्पण आदि योग्य और कुशल पंडित से ही करवाना चाहिए.
- कर्मकांड से इस्तेमाल किए जाने वाला दूध और घी गाय का ही हो. तिल और जौ का इस्तेमाल भी जरूर करें.
- श्राद्ध किसी और की भूमि पर न करें. वन, पहाड़, मंदिर, नदी का किनारा या कोई भी धार्मिक स्थल इन कार्यों को लिए पवित्र माना जाता है.
- खाना बनाते समय ध्यान रहे कि किसी भी चीज में प्याज-लहसुन का स्पर्श न हो. इस पक्ष के चलते किचन में ये चीजें ही न लाएं.
- ब्राह्मणों को भोजन एक हाथ से न परोसें. एक हाथ से भोजन परोसने से पितर उसे ग्रहण नहीं करते हैं.
- इस दौरान मांस, मछली, अंडा और शराब के सेवन से दूर रहें.
- ब्राह्मणों के भोजन के समय शोरगुल न हो इसका विशेष ध्यान रखें.
- पूजा के समय परिवार के अलावा बाहर का कोई व्यक्ति शामिल न हो.
- पूजन में बहन, बहनोई और भांजे-भांजियों को बुलाना न भूलें.
- प्रसाद बनाते समय आस-पास गंदगी बिल्कुल भी न रखें. साफ-सफाई और स्वच्छता पर खास ध्यान दें.

पितृ पक्ष : क्या है काले तिल और जौ का महत्व?
पितरों को प्रसन्न करने के लिए और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पितृ पक्ष का पालन किया जाता है. पितरों के खुश और सुखी रहने से परिवार में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है. कहते हैं जौ और तिल इन दो चीजों के बिना किया गया श्राद्ध पितरों को प्राप्त नहीं होता है. शास्त्रों के अनुसार काला तिल भगवान विष्णु को अति प्रिय है और इसे देव अन्न कहा जाता है. इसी वजह से यह पितरों को भी बेहद प्रिय है. 

पितृ पक्ष: इन चीजों का करें दान, खुश हो जाएंगे पितर
शास्त्रों के अनुसार, पितृ पक्ष या श्राद्ध पक्ष में दान का बहुत महत्व होता है. कहा जाता है कि इस दौरान दान करने से पितरों की आत्मा को संतुष्टि मिलती है और पितृ दोष भी खत्म हो जाते हैं. श्राद्ध पक्ष में कई वस्तुओं के दान की मान्यता है और सभी वस्तुओं के दान से अलग-अलग फल प्राप्त होते हैं. 

श्राद्ध पक्ष: ये है ब्राह्मणों को भोजन कराने का सही तरीका
पितर पक्ष में श्राद्ध वाले दिन ब्राह्मण भोजन का बहुत महत्व है. शास्त्रों के अनुसार श्राद्ध वाले दिन पितृ स्वयं ब्राह्मण के रूप में उपस्थित होकर भोजन ग्रहण करते हैं. इसलिए प्रत्येक श्राद्धकर्ता को अपने पितरों के श्राद्ध के दिन घर में ब्राह्मण भोज अवश्य कराना चाहिए. श्राद्ध के दिन ब्राह्मण भोज के पहले कुछ बातों का ध्यान देना बहुत जरूरी है तभी पितरों का आशीर्वाद मिलेगा.