श्राद्ध पक्ष में खान-पान की इन बातों का रखें खास ख्याल

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पितरों के लिए श्रद्धा से किया गया तर्पण, पिंड दान को ही श्राद्ध कहते हैं. 5 सितम्बर से पितृ पक्ष आरम्भ हो चुका है और इसका बहुत महत्व होता है. श्राद्ध पक्ष या पितृ पक्ष में पूर्वजों को सम्मान दिया जाता है और कहा जाता है कि ऐसा करने से पितर खुश होते हैं.

विधि

पितरों के लिए श्रद्धा से किया गया तर्पण, पिंड दान को ही श्राद्ध कहते हैं. 5 सितम्बर से पितृ पक्ष आरम्भ हो चुका है और इसका बहुत महत्व होता है. श्राद्ध पक्ष या पितृ पक्ष में पूर्वजों को सम्मान दिया जाता है और कहा जाता है कि ऐसा करने से पितर खुश होते हैं.

ऐसी मान्यता है कि इस पक्ष में किए जाने वाले सभी कार्यों को सही से पूर्ण करने से परिवार पर पितृ दोष नहीं आता है, तो आइए जानते हैं इस दौरान खान-पान से जुड़ी चीजों में क्या करना चाहिए और क्या नहीं.

- श्राद्ध पक्ष में पशु-पक्षियों को दाना और जल देने से विशेष तरह के फल प्राप्त होते हैं.
- पितृ पक्ष में कुछ चीजों को खाना वर्जित माना जाता है जैसे चना, मसूर, जीरा ,काला नमक, लौकी, खीरा, सरसों का साग आदि.
- मांस, मछली और शराब का सेवन बिलकुल न करें.
- श्राद्ध पक्ष के दौरान काले तिल का इस्तेमाल करना शुभ माना जाता है.
- श्राद्ध के दिन लहसुन-प्याज का खाना घर पर नहीं बनाना चाहिए. भोजन सात्विक ही खाएं.
- आलू, मूली, अरबी और कंद वाली सब्जियां पितरों को नहीं चढ़ाई जाती हैं.