स्ट्रीट फूड का मेला 25 से, देशभर के पकवानों का मिलेगा स्वाद
विधि
दिल्ली की ठंड में अलग-अलग राज्यों के फेमस स्ट्रीट फूड का स्वाद चखने को मिल जाए तो कैसा हो? ऐसे लोग जो अलग-अलग शहरों के खान-पान को खूब पसंद करते हैं और उन शहरों में जाकर स्वाद चखते हैं, उनके खुशखबरी है. उनको एक ही जगह नॉर्थ से लेकर साउथ और ईस्ट से लेकर वेस्ट तक के फेमस खाने का जायका एक ही जगह मिलेगा. यह जगह होगी जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम. यहां लग रहा है स्ट्रीट फूड मेला. इसकी शुरुआत होगी बुधवार यानी 25 दिसंबर और चलेगा 29 दिसंबर तक.रविवार तक चलने वाले फेस्टिवल का आयोजन नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया (एनएएसवीआई) कर रहा है. इस आयोजन में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) का सहयोग है. रोजाना दोपहर 12 से रात 10 बजे तक चलने वाले फेस्टिवल की एंट्री फीस 100 रुपए है.
क्या कहते हैं संयोजक?
फेस्टिवल की संयोजक संगीता सिंह के मुताबिक इस बार का यह फेस्टिवल बेहद खास होने वाला है. इस बार हमने मेले को चार जोन में बांटा है. इसमें ईस्ट, वेस्ट, नॉर्थ और साउथ जोन होंगे. इससे स्वाद का चटखारा लेने वालों को अपनी पसंदीदा चीजों को खोजने में आसानी होगी. इनमें 130 स्ट्रीट फूड वेंडर्स अपनी खास चीजें लेकर आएंगे. साथ ही लोगों को अलग-अलग वैरायटी के अफगानी मोमोज चखने को मिलेंगे. इसके अलावा सभी राज्यों के फेमस स्ट्रीट फूड यहां मिलेंगे. लोगों का मनोरंजन हो सके इसलिए स्ट्रीट प्ले के अलावा स्टेज परफॉर्मेंस भी होंगी. कुछ स्ट्रीट वेंडर्स भी अपना खाना लाइव बनाकर दिखाएंगे. कुल मिलाकर यहां आने वाले लोगों को भरपूर मजा मिलेगा. संगीता सिंह ने बताया कि इस बार कुछ महिला फूड वेंडर्स भी अपनी खास चीजें मेले में लेकर आ रही हैं.
रखा जाए हाइजीन का पूरा ख्याल
एफएसएसएआई के सीईओ पवन अग्रवाल ने कहा कि फेस्टिवल में खाना बनाने वाले हाइजीन का पूरा ख्याल रखें यह सुनिश्चित किया जाएगा. थर्ड पार्टी से सैंपल उठवाए जाएंगे. यदि कुछ भी गड़बड़ हुआ तो स्टॉल बंद करवा दिया जाएगा.
क्या-क्या मिलेगा?
यहा कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और गुजरात से लेकर आसाम तक के पारंपरिक चखने को मिलेंगे. गोवा की पेरीपेरी चिकन, हैदराबाद की मशहूर दम बिरयानी, राजस्थान व अन्य राज्यों से देसी व पारंपरिक 500 से ज्यादा व्यंजनों स्वाद लोगों को मिलेगा. देश के नामचीन मास्टर शेफ व कलाकार फूड फेस्टिवल का हिस्सा बनेंगे.
क्या-क्या होगा खाने में खास
राजकोट की तंदूरी चाय, पुडुचेरी का पेरीपेरी चिकन, आसाम का बैम्बू चिकन, मोतिहारी ताश कबाब, अफगानी मोमोज, रागी बॉल, रागी इडली, महुआ फूल की भजिया, अयोध्या की कुल्हड़ दही जलेबी, कश्मीर का तबक माज, तिस्ता गोश्ताबा, केरल का मालाबारी पराठा, नारियल ग्रेवी, पोक्का वड़ा, कर्नाटका का चिकन 65, इंदौरी पोहा जलेबी के साथ, इंदौरी साबूदाना खिचड़ी और जबलपुर की मावा जलेबी.