डायबिटिक पेशेंट भी रहें सावधान, पैकेज्ड राइस नहीं हैं हेल्दी

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खाने की जब बात आती है तो हम चावल को भला कैसे भूल सकते हैं? यह साउथ से लेकर नॉर्थ इंडिया में खूब खाया जाता है. चावल खाना एक हद तक पौष्टिक भी माना जाता है, लेकिन आजकल पैकेट वाले चावल में मिलावट की शिकायत मिलती रहती है. ऐसा माना जा रहा है कि यह डायबिटीज की बीमारी को जन्म दे सकता है. पर क्या सभी चावल खाने से ऐसा होगा या फिर कोई खास किस्म है?

विधि

खाने की जब बात आती है तो हम चावल को भला कैसे भूल सकते हैं? यह साउथ से लेकर नॉर्थ इंडिया में खूब खाया जाता है. चावल खाना एक हद तक पौष्टिक भी माना जाता है, लेकिन आजकल पैकेट वाले चावल में मिलावट की शिकायत मिलती रहती है. ऐसा माना जा रहा है कि यह डायबिटीज की बीमारी को जन्म दे सकता है. पर क्या सभी चावल खाने से ऐसा होगा या फिर कोई खास किस्म है?

आजकल मार्केट में कई तरह के पैकेट वाले चावल बेचे जा रहे हैं. कई कंपनियां व्हाइट राइस से लेकर ब्राउन राइस तक इनके अनपॉल‍िश्‍ड और ऑर्गेनिक होने का दावा कर रहीं हैं. ऐसे में अगर बात करें डायबिटिक पेशेंट्स की तो बाजार में कई तरह के चावल डायबिटिक फ्रेंडली कहकर बेचे जा रहे हैं, लेकिन कुछ समय पहले हुए शोध में चौकाने देने वाले नतीजे सामने आए हैं.

दरअसल, मद्रास डायबीटिक रिसर्च फाउंडेशन (MDRF) के फूड साइंटिस्ट्स ने सुपर मार्केट के 15 तरह के 'हेल्दी' चावलों पर रिसर्च की और इन पैकेज्ड राइस की सच्चाई का पता लगाया. रिपोर्ट के अनुसार डायबिटिक फ्रेंडली कहे जाने वाले चावल आधे उबले हुए निकले और कंपनियों का दावा झूठा निकला.

ग्लाइसेमिक इंडेक्स
एक ब्रांड ने दावा किया था कि उसके चावल का GI 8.6 है जबकि रिसर्च के मुताबिक उसका GI 40 के लगभग पाया गया. चावलों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) ज्यादा निकला.

गौरतलब है कि GI किसी भी खाद्य पदार्थ में कार्बोहाइड्रेट का लेवल बताता है. कम GI वाले चावल से बल्ड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है, जिससे डायबिटीज का खतरा कम हो जाता है.

शुगर फ्री नहीं होता है चावल
कंपनियां मार्केट में जो चावल शुगर फ्री बताकर बेचती हैं, दरअसल इस बात में कोई सच्चाई नहीं है. रिपोर्ट के अनुसार इन कंपनियों के सारे दावे झूठे निकले. वैज्ञानिक बताते हैं कि चावल में जो स्टार्च होता है वो खाने के बाद ग्लूकोज में बदल जाता है.

इस तरह व्हाइट राइस हो या ब्राउन राइस कोई भी शुगर फ्री नहीं होता है. इसलिए डायबिटिक पेशेंट, पैकेट पर छपे शुगर फ्री जैसे झूठे दावों पर न जाएं और डॉक्टर की सलाह से जरूरत के अुनसार ही चावल खाएं.