ब्लैक टी मोटापा कम कर सकती है, ऐसे बनाएं और पीएं

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ग्रीन टी, जिंगर टी और शहद वाली चाय के फायदे तो आप जानते होंगे. हम सभी चाय पीते हैं, ज्यादातर लोग दूध वाली चाय पीना पसंद करते हैं, लेकिन इसमें दूध डलता है जोकि फैट बढ़ाता है. इस कारण वजन बढ़ने के चांसेस ज्यादा होते हैं. वहीं ज्यादातर लोग वजन घटाने के लिए ग्रीन टी पीते हैं. जबकि एक रिसर्च रिपोर्ट में यह पाया गया है कि मोटापा कम करने में ब्लैक टी भी बढ़िया ऑप्शन है.
ग्रीन टी, जिंगर टी और शहद वाली चाय के फायदे तो आप जानते होंगे. हम सभी चाय पीते हैं, ज्यादातर लोग दूध वाली चाय पीना पसंद करते हैं, लेकिन इसमें दूध डलता है जोकि फैट बढ़ाता है. इस कारण वजन बढ़ने के चांसेस ज्यादा होते हैं. वहीं ज्यादातर लोग वजन घटाने के लिए ग्रीन टी पीते हैं. जबकि एक रिसर्च रिपोर्ट में यह पाया गया है कि मोटापा कम करने में ब्लैक टी भी बढ़िया ऑप्शन है.

अमेरिका के लॉस एंजिल्स में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के डेविड गेफेन स्कूल ऑफ मेडिसिन में सेंटर फॉर ह्यूमन न्यूट्रीशन ने यह रिसर्च किया है. यह रिसर्च रिपोर्ट यूरोपियन जर्नल ऑफ न्यूट्रीशन में पब्लिश हुई. इसका अध्ययन स्यूएन हेनिंग औ उनके साथियों ने किया है. इस अध्ययन में हेनिंग की टीम ने पाया कि ब्लैक टी/काली चाय में मौजूद विशेष तत्व पेट यानी गट में पहुंच कर काफी असरकारी हो जाते हैं. यह तत्व वजन घटाने और शरीर को स्वस्थ रखने में बहुत अहम भूमिका निभाते हैं. रिसर्च से जुड़े टीम के एक सदस्य झओपिंग मानते हैं कि ब्लैक और ग्रीन टी दोनों में प्रोबॉयोटिक्स तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में प्रतिरोधक सूक्ष्मजीवों को बढ़ाने में मददगार हैं.

ब्लैक टी पीने से शरीर का वजन कंट्रोल में रहता है साथ ही यह कई प्रकार की बीमारियों से बचाव भी करती है. अब सवाल उठता है कि आखिर इस काली चाय को कैसे बनाया जाए जिससे इसका फायदा मिल सके. वैसे इसे बनाने की विधि नॉर्मल चाय जैसी है, लेकिन तरीका थोड़ा-सा अलग है. जिस वजह से यह मोटापा घटाने में मददगार साबित होती है. आइए हम बताते हैं ब्लैक टी बनाने का सही तरीका और इसकी सामग्री.

ये सामग्री चाहिए
एक कप पानी
एक छोटा चम्मच काली चायपत्ती/टी बैग
स्वादानुसार चीनी/शहद (ऑप्शनल)
चाय बनाने की केतली
ऐसे बनाएं बढ़िया ब्लैक टी
- सबसे पहले केतली/बर्तन में पानी डालकर मीडियम आंच में उबलने के लिए रखें.
- जब पानी में उबाल आ जाए तो इसमें चाय की पत्ती डाल दें और स्वादानुसार चीनी डाल दें. यदि आप शहद का इस्तेमाल कर रहे हैं तो चाय छानने के बाद शहद डालें. क्योंकि अगर उबलते हुए पानी में शहद डालेंगे तो यह फट जाएगा. अगर आप चीनी नहीं डालेंगे तो यह और भी फायदेमंद होगी.
- केतली/बर्तन को ढककर 4-5 मिनट तक धीमी आंच में उबालकर आंच बंद कर दें.
- इसे कप में छान लीजिए और चुस्की लेकर पीजिए.

ये हैं काली चाय पीने के लाजवाब फायदे
- काली चाय में दूध और चीनी न होने के कारण शरीर में फैट नहीं जमता. साथ ही चाय के एंटीऑक्सीडेंट शरीर की अतिरिक्त चर्बी को बर्न कर देते हैं. हालांकि इसका स्वाद कड़वा होता है, लेकिन फायदेमंद है.
- चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट मोटापा कम करने, फैट बर्न करने और कोलेस्ट्राल कंट्रोल करने में बहुत लाभदायक होते हैं. चाय में दूध डालने से एंटीऑक्सीडेंट का असर कम हो जाता है.
- काली चाय पीने से 70 फीसदी से अधिक कैलोरी बर्न होती है, जिससे वेट कम करने में मदद मिलती है.
- ब्लैक टी पीने से पेट हल्का हो जाता है, चर्बी कम होती है और शरीर ऊर्जावान बनता है. जिससे मोटापा कम करने के लिए व्यायाम और योग करने में मदद मिलती है.
- काली चाय पीने से भूख कम लगती है, जिससे अतिरिक्त चर्बी घटाने में मदद मिलती है.
- दिन में 3 बार ब्लैक टी पीने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है.
- काली चाय में मौजूद फ्लोराइड हड्डियों और मुंह के रोगों को दूर करने में लाभकारी है.
- काली चाय खून को गाढ़ा नहीं होने देती, जिससे नसों में रक्त का थक्का नहीं जमता.
- ब्लैक टी में नींबू का रस मिलाकर पीने से सिर दर्द में आराम मिलता है.
- रोज काली चाय के सेवन से डायबिटीज टाइप-2 के खतरे को कम किया जा सकता है.
- कैंसर सेल्स की ग्रोथ को कम करने में भी काली चाय लाभकारी होती है.