बच्चे को कैंसर से बचा सकती है ब्रोकोली, जानें कब खाएं

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गर्भावस्था में ब्रोकोली खाना खासा फायदेमंद साबित हो सकता है. इसके गर्भस्थ शिशु के कैंसर का शिकार होने की आशंका घट जाती है. बर्मिंघम की अलबामा यूनिवर्सिटी के अपने एक स्टडी रिपोर्ट में यह दावा किया गया है.
गर्भावस्था में ब्रोकोली खाना खासा फायदेमंद साबित हो सकता है. इसके गर्भस्थ शिशु के कैंसर का शिकार होने की आशंका घट जाती है. बर्मिंघम की अलबामा यूनिवर्सिटी के अपने एक स्टडी रिपोर्ट में यह दावा किया गया है.

दरअसल, ब्रोकोली में glucoraphenin तत्व अधिक मात्रा में पाया जाता है. यह कैंसर कोशिकाओं से लड़ने की अद्भुत क्षमता रखता है. ब्रोकली में sulforaphane नामक खास यौगिक भी होता है. यह पाचन तंत्र में आइसोथायोसाइनेट में बदल जाता है, जो कैंसर कोशिकाओं के विभाजन को बढ़ावा देने वाले जीन को निष्क्रिय करता है.

पहले भी हो चुके हैं रिसर्च
इससे पहले भी अमेरिका की ऑरेगन स्टेट यूनिवर्सिटी (ओएसयू) और ऑरेगन हेल्थ एंड साइंस यूनिवर्सिटी के शोधार्थियों ने एक अध्ययन में सुझाव दिया था कि ब्रोकोली और क्रूसीफेरस सब्जियों से प्राप्त होने वाले sulforaphane (यौगिक) में लंबे समय तक कैंसर की रोकथाम वाले सबूत मिले हैं. इसलिए सल्फोराफेन कैंसर वृद्धि को कम करने में मददगार हो सकता है.

ओएसयू कॉलेज ऑफ पब्लिक हेल्थ एंड ह्यूमन साइंसेज की प्रोफेसर एमिली हो ने बताया था कि अध्ययन के बाद महिलाओं की जांच में हम यह देखकर चकित हो गए थे कि इस यौगिक के द्वारा उन असाधारण चिन्हों में कमी आई थी. इसका तात्पर्य है कि यह यौगिक कैंसर वृद्धि को कम कर सकते हैं.

पहले हुए अध्ययनों में भी बताया गया है कि क्रूसीफेरस सब्जियां जैसे ब्रोकोली, गोभी या फूलगोभी का सेवन स्तन कैंसर के खतरे को कम करता है. इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को चाहिए वे अपने खान-पान में ब्रोकोली जरूर शामिल करें.