क्यों रखते हैं सावन सोमवार का व्रत, क्या होता है खाने में खास?

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आज यानी 6 जुलाई 2020 से सावन के सोमवार शुरु हो रहे हैं. श्रावण मास भगवान शिव की पूजा-अराधना का सबसे उत्तम महीना माना जाता है. इस दिन शिव जी की पूजाकर व्रत भी रखा जाता है. मान्यता है कि सावन सोमवार का व्रत रखने वाले भक्तों को भगवान शिव मनवांछित फल देते हैं. व्रत के दौरान फलाहार ही किया जाता है.
आज यानी 6 जुलाई 2020 से सावन के सोमवार शुरु हो रहे हैं. श्रावण मास भगवान शिव की पूजा-अराधना का सबसे उत्तम महीना माना जाता है. इस दिन शिव जी की पूजाकर व्रत भी रखा जाता है. मान्यता है कि सावन सोमवार का व्रत रखने वाले भक्तों को भगवान शिव मनवांछित फल देते हैं. व्रत के दौरान फलाहार ही किया जाता है.

इसलिए रखा जाता है व्रत:
- मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए.
- सुख और खुशियों की प्राप्ति के लिए.
- पति की लंबी आयु के लिए.
- सुखमय शादीशुदा जीवन बिताने के लिए.
- यह व्रत न केवल पति बल्कि बच्चों को सुख-समृद्धि देता है.

कैसे रखते हैं व्रत और क्या होता है फलाहार?
- श्रावण महीने के व्रत में कोई सिर्फ महीने में आने वाले 4-5 सोमवार का व्रत करते हैं तो कोई पूरे 16 सोमवार का.
- व्रत के दौरान फलाहार किया जाता है. कई व्रत धारी पूरे दिन में एक बार ही खाना खाते हैं.
- आमतौर में व्रत के दौरान सेंधा नमक का इस्तेमाल किया जाता है. बता दें कि कई लोग इस दौरान नमक का भी त्याग कर देते हैं.
- फलाहार में साबूदाना से बनी चीजें जैसे खिचड़ी, वड़ा, खीर आदि शामिल होती हैं.
- कुट्टू और सिंघाड़े के आटे के पराठे, पूरियां और आलू के पकौड़े .
- फल, फलों के और मिक्स वेजिटेबल जूस.
- दूध, दही , खीर.
- मीठे में खोये की बनी मिठाइयां आदि व्रत में खाईं जा सकती हैं.