थायरॉइड से हैं परेशान तो बिल्कुल न खाएं ये चीजें

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थायरॉइड बॉडी में पाया जाने वाला एंडोक्राइन ग्लैंड है जिससे थाइरॉक्सिन नाम का हॉर्मोन बनता है. यह हॉर्मोन बॉडी में एनर्जी लेवल, हार्ट रेट, ब्लड प्रेशर, मूड और मेटाबॉलिज्म को रेग्यूलेट करता है पर इस हार्मोन के कम या ज्यादा प्रोडक्शन से कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम होती है.

विधि

थायरॉइड बॉडी में पाया जाने वाला एंडोक्राइन ग्लैंड है जिससे थाइरॉक्सिन नाम का हॉर्मोन बनता है. यह हॉर्मोन बॉडी में एनर्जी लेवल, हार्ट रेट, ब्लड प्रेशर, मूड और मेटाबॉलिज्म को रेग्यूलेट करता है पर इस हार्मोन के कम या ज्यादा प्रोडक्शन से कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम होती है. (जानें किन चीजों में मिलता है कौन-सा विटामिन)

थायरॉइड दो प्रकार का होता है:
1. हाइपोथाइरॉडिज्म: यह लोगों में काफी आम है, इससे वजन बड़े ही तेजी से बढ़ता है. आप इसे अपने खान-पान को बैलेंस्ड रखते हुए कंट्रोल में रख सकते हैं. (भुने चने और गुड़ खाने के ये फायदे चौंका देंगे आपको)

2. हाइपरथायरॉडिज्म: यह हाइपोथाइरॉडिज्म से बिल्कुल उल्टा है. इस कंडीशन में वजन बढ़ने के बजाय कम होता रहता है.
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पकवानगली में जानें एक्सपर्ट के मुताबिक हाइपोथायरॉडिज्म और हाइपरथायरॉडिज्म में क्या न खाएं.
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हाइपोथायरॉडिज्म में इन चीजों से करें तौबा:
- सोया प्रोडक्ट्स: सोया खाने से हाइपोथाइरॉडिज्म का खतरा बढ़ता है.
- कॉफी: इसमें मौजूद कैफीन थाइरॉक्सिन दवा का अब्जॉर्बशन नहीं होने देता है.
- ऑयली और फैटी फूड: इनमें मौजूद कैलोरी इस हार्मोन को बढ़ाती है.
- मीठी चीजें: मीठी चीजों से बॉडी के मेटाबॉलिज्म पर असर पड़ता है.
- गोभी और ब्रोकोली: इन्हें खाने से नॉर्मल थायरॉइड फंक्शन के लिए जरूरी आयोडीन की क्षमता घट जाती है.

हाइपरथायरॉडिज्म में इन चीजों से करें तौबा: 

- सी फूड: सी फूड में आयोडीन होता है और यह हाइपरथायरॉडिज्म के खतरे को बढ़ाता है.
- रिफाइंड फूड: रिफाइंड चीजों से शुगर का लेवल बिगड़ सकता है
- दूध: दूध हाइपरथायरॉडिज्म को बढ़ावा देता है.
- रेड मीट: रेड मीट की वजह से इन्फ्लेमेशन का दिक्कत हो जाती है.
- अल्कोहल: इससे एनर्जी लेवल कम होता है और हाइपरथायरॉडिज्म का खतरा बढ़ता है.