नवरात्र व्रत के चौथे दिन ऐसी हो आपकी फलाहारी थाली

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वैसे तो नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्‍मांडा की पूजा की जाती है. पर इस बार तिथियों के अनुसार नवरात्र के पहले दिन प्रथमा और द्वितीया तिथि थी इसलिए आज चौथे दिन मां स्कंदमाता की पूजा होगी.देवी को केले का भोग लगाएं या फिर इसे प्रसाद के रूप में दान करें. इस दिन बुद्धि में वृद्धि के लिए माता को मंत्रों के साथ छह इलायची भी चढ़ाई जाती है.
वैसे तो नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्‍मांडा की पूजा की जाती है. पर इस बार तिथियों के अनुसार नवरात्र के पहले दिन प्रथमा और द्वितीया तिथि थी इसलिए आज चौथे दिन मां स्कंदमाता की पूजा होगी.देवी को केले का भोग लगाएं या फिर इसे प्रसाद के रूप में दान करें. इस दिन बुद्धि में वृद्धि के लिए माता को मंत्रों के साथ छह इलायची भी चढ़ाई जाती है.

नवरात्रि के चौथे दिन के व्रत में शाम को अपनी फलाहारी थाली में अलग-अलग तरह के पकवानों से सजी थाली का आनंद ले सकते हैं. इसमें कुट्टू के आटे की पूरियां, साबूदाने का पापड़, केला अनार का रायता, मखाने की खीर, आलू की सूखी सब्जी, फलों का श्रीखंड, साबूदाना रबड़ी, खीरा-गाजर का सलाद आदि शामिल कर सकते हैं. देवी स्कंदमाता को केले का प्रसाद चाढ़ाया जाता है तो आप भी केले से बनी चीजें जैसे केले का हलवा भोग लगा सकते हैं.

ये है केले का हलवा बनाने का आसान तरीका:

सामग्री:
चार कच्चे केले बारीक कटे हुए
एक छोटा चम्मच इलायची पाउडर
काजू 7 से 8 कटे हुए
बादाम 7 से 8 कटे हुए
चार बड़े चम्मच चीनी
घी जरूरत के अनुसार

जानिए बनाने का तरीका:
- मीडियम आंच में एक पैन में आधा कप पानी डालकर इसमें चीनी डालें. चीनी घुलने तक इसे पकाएं.
- अब चीनी में केले के टुकड़े डालकर मीडियम आंच पर 8 से 10 मिनट तक पकाएं और केले को अच्छी तरह से मैश कर लें.
- घी डालकर इसे धीमी आंच पर गाढ़ा होने तक पकाएं.
- केले का मिश्रण गाढ़ा होते ही इसमें काजू, बादाम और इलायची पाउडर डालकर मिक्स करें. एक मिनट बाद आंच बंद कर दें.
- तैयार है केले का हलवा. अब इसे केसर और पिस्ता से गार्निश कर कटोरियों में डालकर देवी को प्रासद चढ़ाएं.