मां कुष्मांडा को इस खास चीज का भोग लगाकर करें प्रसंन्न
मां की आठ भुजाएं हैं इसलिए इन्हें अष्टभुजा देवी भी कहते हैं. संस्कृत भाषा में कुष्मांडा को कुम्हड़ कहते हैं और मां कुष्मांडा को कुम्हड़ा विशेष रूप से प्रिय है. ज्योतिष में मां कुष्मांडा का संबंध बुध ग्रह से है.
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मां कुष्मांडा को मालपुए का भोग लगाएं.
ज्योतिष के जानकारों की मानें तो मां को उनका प्रिय भोग अर्पित करने से मां कुष्मांडा बहुत प्रसन्न होती हैं. उन्हें केले का पुआ खासतौर पर चढ़ाया जाता है. इसके बाद प्रसाद को किसी ब्राह्मण को दान कर दें और खुद भी खाएं. इससे बुद्धि का विकास होने के साथ-साथ निर्णय क्षमता भी अच्छी हो जाएगी.
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कैसे करें पूजा
हरे कपड़े पहनकर मां कूष्मांडा का पूजन करने से लाभ मिलता है. पूजन के दौरान मां को हरी इलाइची, सौंफ और कुम्हड़ा अर्पित करना चाहिए. इसके बाद उनके मुख्य मंत्र 'ॐ कूष्मांडा देव्यै नमः' का 108 बार जाप करना चाहिए. चाहें तो सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ भी कर सकते हैं.