स्वाद और सेहत से भरी हल्दी की ये है रोचक कहानी

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अदरक के ही परिवार से ताल्लुक रखने वाला एक मसाला है हल्दी यानी इसके रूप और बनावट के अनुसार यह अदरक के प्रजाति का ही है. हल्दी दक्षिण भारत में पाया जाने वाला एक ऐसा मसाला है जिसका न केवल मसाले के तौर पर बल्कि दवाई के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है.

विधि

अदरक के ही परिवार से ताल्लुक रखने वाला एक मसाला है हल्दी यानी इसके रूप और बनावट के अनुसार यह अदरक के प्रजाति की ही है. हल्दी दक्षिण भारत में पाया जाने वाला एक ऐसा मसाला है जिसका न केवल मसाले के तौर पर बल्कि दवाई के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है.

ऐसे हुआ आविष्कार:
ऐसा माना जाता है कि हल्दी 700 AD में चीन में , 800 AD में पूर्वी अफ्रीका, 1200 AD में पश्चिमी अफ्रीका और 18 वीं सदी में जमायका पहुंचा. 1280 में मार्को पोलो ने इसका प्रचार एक सब्जी के तौर पर किया जिसके गुणों की समानता केसर से की गई.

स्वाद और रंगत:
ताजी हल्दी की गांठ एक मोटे टुकड़े जैसी होती है बल्कि हल्दी पाउडर गहरे पीले रंग का होता है. हल्दी का स्वाद ह्ल्का कड़वा और तेज होता है. इसकी तासीर गर्म होती है.


कैसे करें खाने में इस्तेमाल:
- दाल और सब्जी में तड़का लगाते समय बाकी के मसालों के साथ-साथ हल्दी का भी इस्तेमाल किया जाता है.
- यह खाने में रंग भरता है.
- सर्दी-जुकाम में हल्दी की गांठ को पीसकर दूध में डालकर पीना चाहिए.


सेहतमंद फायदे:
- हल्दी बहुत गुणकारी मानी जाती है.
- चेहरे पर कील-मुंहासे से निजात दिलाती है हल्दी.
- हल्दी एंटी-बैक्टिरियल होती है.
- मुंह के छालों में भी हल्दी बहुत मददगार साबित होती है.
- अगर शरीर में दर्द है तो एक गिलास गर्म दूध के साथ एक चम्मच हल्दी और थोड़ा का नमक आपको इससे छुटकारा दिला सकता है.
- अगर आपके पेट में कीड़े हो गए हैं तो 1 चम्मच हल्दी पाउडर रोजना सुबह खाली पेट एक सप्ताह तक ताजा पानी के साथ लें. कीड़े खत्म हो जाएंगे.