कश्मीर की खास महक है इस याजि में
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जितनी लाजवाब है कश्मीर की कारीगरी और कला, उतना ही लाजवाब है यहां का खाना. पुराने समय में जिस तरह खाना बनाया जाता था वो आज की दौड़ती-भागती जिंदगी से गायब हो गया है. ऐसे में हम उस स्वाद भूल जाते हैं. मैं बात कर रही हूं कश्मीर की तो याजि की याद आ जाती है. याजि कश्मीरी पंडितों द्वारा कश्मीर में बनाई जाती थी, पर ये भी दादी की रसोई में बनी और वहीं तक सीमित रही. और फिर धीरे-धीरे गुम हो गई. लेकिन मैं कश्मीरी हूं तो भला इसे ऐसे ही कैसे भूलने दूंगी. मैं बता रही हूं याजि की रेसिपी. इसे स्नैक्स के तौर पर कश्मीरी कहवा के साथ खाया जा सकता है.
एक नज़र
- रेसिपी क्विज़ीन : इंडियन
- कितने लोगों के लिए : 4 - 6
- समय : 15 से 30 मिनट
- मील टाइप : वेज
आवश्यक सामग्री
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1 किलो चावल का आटा
1 टेबलस्पून नमक
¼ बड़ा चम्मच अखरोट
1 चमच जीरा
1 चमच अजवाइन
300 मिली सरसों का तेल/ रिफाइंड
विधि
- सबसे पहले 1 मिनट तक अखरोट को पानी में उबालें. इसके बाद इस पानी को फेंक दे, फिर अखरोट को साफ पानी से धो लें.- धोने के बाद नमक और 2 कप पानी में अखरोट को डालकर मिक्स कर लें. (स्वाद में लाजवाब है कश्मीरी चाय )
- अब चावल के आटे में जीरा, अजवाइन और अखरोट वाला मिक्सचर डालकर मुलायम आटा गूंद लें. अगर जरूरत लगे तो थोड़ा-सा पानी और मिला लें. (कश्मीरी फूल गोभी की सब्जी )
- तैयार आटे की बड़ी-बड़ी लोइयां काट लें. एक लोई को हथेली पर घुमाते हुए कप या कटोरी के आकार दे दें. इसी तरीके से लोइयों से कप के जैसे याजि तैयार कर लें. ( कश्मीरी गरम मसाला बनाने का आसान तरीका )
- अब एक फ्राइंग पैन में तेल डालकर गर्म होने के लिए रखें. (कश्मीरी अल-यखनी )
- जब तेल गर्म हो जाए तो इसमें 2-3 याजि डालकर तल लें. (मटन रोगन जोश)