रसोई में मौजूद ये चीजें खाकर और खिलाकर आप इस धुंध और प्रदूषण से अपने परिवार और बच्चों को बचा सकती हैं. जानिए गुड़, अदरक वाली चाय, तिल-गुड़ के फायदों के बारे में.
विधि
- गुड़ गन्ने से तैयार एक शुद्ध, सेहतमंद और स्वादिष्ट पदार्थ होता है. ये मूल रूप से गन्ने के रस से तैयार किया जाता है. गुड़ में सेलेनियम होता है और यह एक एंटीऑक्सिडेंट का काम करता है. ये गले और फेफड़े के इन्फेक्शन में लाभदायक होता है. साथ ही फेफड़े को धूल और धुएं से बचाता है.
- स्मॉग भरे वातावरण में जिन लोगों को नाक की एलर्जी बार-बार होती है उन्हें सुबह भूखे पेट 1 चम्मच गिलोय और 2 चम्मच आंवले के रस में 1 चम्मच शहद मिला कर कुछ समय तक लगातार लेना चाहिए इससे नाक की एलर्जी में आराम आता है.
- सोंठ, काली मिर्च, पीपल और हल्दी का काढ़ा नियमित रूप से पीने में इस मौसम में काफी राहत मिलेगी. वही अदरक, पुदीना का भी सेवन करने से सांस संबंधी होने वाली बीमीरियों से बचा जा सकता है.
- खाली गुड़ ही नहीं इस स्मॉगी वातावरण में गुड़ की चाय पीने से भी कई फायदे होंगे. ठंड के दिनों में गुड़, अदरक और तुलसी के पत्तों का काढ़ा बनाकर पीना अच्छा रहता है.
- गुड़ और तिल मिलाकर बर्फी बनाकर खाने से सर्दी में जुकाम परेशान नहीं करता है.
- सर्दियों के मौसम में अक्सर ही हम स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से परेशान रहते हैं. इन्हीं समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए पीएं हर्बल चाय जो एक घरेलू आयुर्वेदिक सेहतमंद ड्रिंक है. इसके अलावा आप अदरक, नींबू और शहद की चाय भी ले सकते हैं.
- इस मौमस में अस्थमा के पेशेंट को शहद वाले पानी से भाप लेने से जल्द राहत मिलती है. इसके अलावा दिन में तीन बार एक गिलास पानी के साथ शहद मिलाकर पीने से बीमारी से राहत मिलती है. शहद बलगम को ठीक करता है, जो अस्थमा की परेशानी पैदा करता है.
- एक कप घिसी हुई मूली में एक चम्मच शहद और नींबू का रस मिलाकर 20 मिनट तक पकाएं. इस मिश्रण को हर रोज एक चम्मच खाएं. अस्थमा रोगियो के लिए यह इलाज बड़ा ही प्रसिद्ध और असरदार है.
- करेला, जो कि अस्थमा का असरदार इलाज है, उसके एक चम्मच पेस्ट को लेकर शहद और तुलसी के पत्ते के रस के साथ मिलाकर खाएं.