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    पीरियड्स बंद होने के पीछे है आपका राइस और पास्ता प्रेम

    पास्ता खाने वाली महिलाओं और लड़कियों के लिए चौंकाने वाली खबर आई है. इसमें में यह पाया गया है कि ज्यादा वाइट पास्ता और चावल खाने वाली महिलाओं को समय से पहले मीनोपोज होने का डर रहता है. अगर आप भी पास्ता लवर हैं तो यह रिपोर्ट पढ़ लीजिए. इसके बाद तय कीजिएगा कि आपको पास्ता और चावल खाना चाहिए या नहीं.

    विधि

    पास्ता खाने वाली महिलाओं और लड़कियों के लिए चौंकाने वाली खबर आई है. इसमें में यह पाया गया है कि ज्यादा वाइट पास्ता और चावल खाने वाली महिलाओं को समय से पहले मीनोपोज होने का डर रहता है. अगर आप भी पास्ता लवर हैं तो यह रिपोर्ट पढ़ लीजिए. इसके बाद तय कीजिएगा कि आपको पास्ता और चावल खाना चाहिए या नहीं.

    सबसे पहले जान लीजिए क्या होता है मेनोपॉज?
    लड़कियों को होने वाली पीरियड्स या मासिक धर्म के स्थायी रूप से बंद हो जाने को रजोनिवृत्ति यानी मेनोपॉज कहा जाता है. मेनोपॉज होने के बाद महिलाओं में शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार के बदलाव होने लगते हैं. ये बदलाव काफी धीमी गति से होते हैं जिससे महिलाओं को कोई असुविधा नहीं होती, लेकिन कुछ महिलाओं को भारी पीड़ा से गुजरना पड़ता है. यह रिपोर्ट बीबीसी में छपी है.

    (Photo-Getty Images)

    क्या कहती है यह रिसर्च रिपोर्ट?
    मेनोपॉज को लेकर ब्रिटेन में हुए एक शोध में चेतावनी दी गई है कि वाइट पास्ता और चावल के ज्यादा मात्रा में सेवन से मेनोपॉज वक्त से करीब डेढ़ वर्ष पहले हो सकती है.
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    मेनोपॉज से कैसे बचा जा सकता है?
    एपिडेमिलॉजी एंड कम्युनिटी हेल्थ नाम के जर्नल में पब्लिश रिसर्च रिपोर्ट में पता चला है कि सेहतमंद चीजें जैसे ऑयली फि‍श और ताजी फलियां जैसे कि मटर और हरी बींस खाने से मेनोपॉज की समस्या से बचा जा सकता है.
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    (Photo-Getty Images)

    कितनी महिलाओं पर किया गया रिसर्च?
    यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स के शोधकर्ताओं ने खानपान और मेनोपॉज के बीच संबंध तलाशा. रिसर्च में ब्रिटेन में रहने वाली 14,150 महिलाओं को शामिल किया गया था. रिसर्चर याश्वी डननेराम का कहना है कि यह इस किस्म का पहला शोध है जिसमें ब्रिटेन की महिलाओं में न्यूट्रिशंस, खाद्य समूहों की विविधता और नैचुरल मेनोपॉज की आयु के बीच संबंध तलाशा गया है. और इसके होने वाले कारक के बारे में जानकारी जुटाई गई. चार वर्ष बाद शोधकर्ताओं ने उन महिलाओं की डाइट का आकलन किया जिन्हें इस बीच मेनोपॉज हो गया था. ब्रिटेन में मेनोपॉज की औसत आयु 51 वर्ष है. करीब 900 महिलाओं (40 से 65 वर्ष) को इस बीच प्राकृतिक रूप से मेनोपॉज रिपोर्ट मिली.
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    (Photo-Getty Images)

    क्या मिला इस रिसर्च से?
    रिसर्च के आकलन की बात करें तो इसमें काफी चौंकाने वाले आंकड़े मिले. मसलन जिन महिलाओं ने ज्यादा ऑयली फिश का सेवन किया उनमें कम से कम तीन साल देर से मेनोपॉज हुआ. वहीं इसके इतर जिन महिलाओं ने ज्यादा मात्रा में वाइट पास्ता और चावल का सेवन किया, उनमें डेढ़ साल पहले मेनोपॉज की शिकायत पाई गई.

    मेनोपॉज से हो सकती हैं गंभीर बीमारियां
    यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स में प्रोफेसर जानेट केड की मानें तो मीनोपोज का कुछ महिलाओं के लिए सेहत पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है. इससे पहले भी कई रिसर्च में पाया गया है कि समय से पहले मेनोपॉज से हड्डी का घनत्व कम होने, ऑस्टियोपरोसिस होने और दिल की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है. जबकि मेनोपॉज देर से होने से बेस्ट, कैंसर और अंडाशय कैंसर होने का जोखिम भी बढ़ जाता है.


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