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    आखिर बनारस में क्यों पसंद की जाती है पहलवान लस्सी

    यूं तो बनारस में पान, मलइयो, चाट, काशी घाट, गंगा और काशी विश्वनाथ का मंदिर फेमस है. बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी भी यहीं है. बनारस की चर्चा मोदी की वजह से भी होती है क्योंकि मोदी पिछले दो बार से यहां संसदीय सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं.

    विधि

    यूं तो बनारस में पान, मलइयो, चाट, काशी घाट, गंगा और काशी विश्वनाथ का मंदिर फेमस है. बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी भी यहीं है. बनारस की चर्चा मोदी की वजह से भी होती है क्योंकि मोदी पिछले दो बार से यहां संसदीय सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं.

    धार्मिक लोग बनारस में बाबा भोलेनाथ के दर्शन के लिए जरूर जाते हैं. गंगा में स्नान करके पाप भी धोते हैं. इन सब कामों के निबटान के बाद यहां आए लोग खान-पान पर रुचि दिखाते हैं क्योंकि बनारस के खान-पान की चर्चा पूरी दुनिया में है.

    बनारसी पान पर तो बाकायदा गाना बना, यहां के लिट्टी-चोखे की तारीफ तो आमिर खान और ऋतिक रोशन भी करते हैं वहीं यहां की लस्सी का स्वाद भी जगजाहिर है. यूं तो लस्सी आपको बनारस के हर गली-चौराहे पर मिल जाएगी, पर जो स्वाद पहलवान लस्सी में होता है वैसा कहीं और नहीं मिलता है. यही कारण है कि बनारस जाने वाले पहलवान की लस्सी का रसपान जरूर करते हैं.

    पहलवान लस्सी बनती है ठंडई, दूध, दही से. वैसे यहां भांग वाली लस्सी भी लोग बड़े चाव से पीते हैं. मालवीय चौराहे से गोदौलिया चौक जाने वाली रोड के दोनों तरह पहलवानी लस्सी के नाम से दुकाने हैं. पहले एक दुकान थी बाद में दो हो गई हैं और अब पूरे बनारस में पहलवान लस्सी के ही नाम से दुकानों के बोर्ड मिल जाएंगे, लेकिन असली वाले लंका चौक पर ही हैं. लस्सी का कारोबार पन्ना सरदार ने शुरू किया था. जो आज आज एक ब्रांडनेम गया है.

    लस्सी का नाम पहलवान लस्सी इसलिए पड़ा क्योंकि इसे बनाने वाले की कद-काठी, शरीर और भाव-भंगिमाएं पहलवान जैसी थी. लोगों को पहलवान लस्सी का जायका पसंद आने लगा. बस इसी तरह वाराणसी के लंका रोड पर सफर शुरू हुआ और दुकान को अपना नाम मिला पहलवान लस्सी.

    आप कभी वाराणसी जाते हैं तो इस लस्सी का आंनद जरूर लें और अगर आपको ऐसी लस्सी घर पर बनारकर पीनी है यहां जान लीजिए इसे बनाने का तरीका.

    2 कप दूध, 4 कप ताजा दही, 3 टेबलस्पून खसखस, 3 टेबलस्पून खरबूजे के बीज, 4 टेबलस्पून बादाम, 4 टेबलस्पून पिस्ता, 4 टेबलस्पून काजू, 1 टेबलस्पून केसर, 4-5 हरी इलायची पीसी हुई, 2 टेबलस्पून दालचीनी, 1 टेबलस्पून काली मिर्च, गुलाब जल आवश्यकतानुसार, गुलाब की पंखुड़ियां, आवश्यकतानुसार, चीनी स्वादानुसार.

    सबसे पहले ठंडई बनाने का तरीका जान लीजिए.
    - सबसे पहले एक बर्तन में बादाम, काजू, पिस्ता, तरबूज के बीज, खसखस, हरी इलायची, दालचीनी और काली मिर्च को मिला लें.
    - इसके बाद सारी चीजों को मिक्सी में डालकर पीसकर पाउडर बना लें.
    - अब एक पैन में दूध डालकर आंच पर चढाएं.
    - एक उबाल आते ही आंच बंद कर इसमें चीनी और तैयार किया हुआ पाउडर डालकर अच्छी तरह मिक्स कर लें.
    - इसके बाद फ्रिज में ठंडा होने के लिए रख दें.

    अब बनाएं लस्सी.
    - अब एक बर्तन में ताजा दही केसर और चीनी डालकर फेंट लें.
    - इसके बाद इसमें इलायची पाउडर व गुलाब जल डालकर फ्रिज में रख दें.
    - अब पहलवान लस्सी जैसा स्वाद के लिए गिलास लें.
    - इसमें ठंडई और लस्सी डालें.
    - इसके बाद ऊपर गुलाब की पंखुड़ियां डालकर इस शानदार, लाजवाब लस्सी का मजा लें.


    Photo- Partha gowswami, Raman anurag, Nitin-Palindrome
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