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    क्या आपको पता है पहली बार पानी पुरी कहां बनी?

    विधि

    बात अगर स्ट्रीट फूड की हो तो जुबान पर पहला नाम पानी पुरी का आता है. जिसे खाने से पहले ही मुंह में पानी आ जाता है. पर क्या आप जानते हैं कि पहली पानी पुरी कहां बनी और इसका नाम क्या था. तो हम आपको बता दें कि देश में पानी पुरी की शुरुआत मगध क्षेत्र से हुई थी. जिसे आज दक्षिणी बिहार के नाम से जाना जाता है. मूलतः इसका नाम फुल्की है और यहीं पर पहली बार पानी यह बनाई गई थी. बाद में यह देश से लेकर विदेशों तक पहुंच गई.
    देश के अलग राज्यों में इसे अलग-अलग नामों से पहचाना जाता है. कहीं पानी पताशे के नाम से यह फेमस है तो कहीं इसे पतासी कहा जाता है, तो कहीं पर बताशी. वहीं कुछ जगहों पर इसे गुपचुप, गोलगप्पे, फुल्की और पकौड़ी भी कहा जाता है. यह एक ऐसा स्ट्रीट फूड है जिसका स्वाद तो एक है, लेकिन नाम अनेक हैं.
    (आप भी बना सकते हैं गोलगप्पे का खट्टा-मीठा पानी)
     - फुल्की जहां चटपटी और मीठी होती है वहीं इसे खाने से मुंह छालों में काफी राहत देती है.
    - अगर पानी बताशे को हींग के पानी में तैयार किया जाए तो यह एसिडिटी को भी खत्म कर देती है.
    - पानी पुरी मार्गरीटा, चॉकलेट पानी पुरी और पानी-पुरी शॉट्स भी काफी पॉपुलर हो रहे हैं. यहां तक की अब तो पानीपुरी आइसक्रीम मार्केट में आ चुकी है. (यहां मिलते हैं 17 तरह के गोलगप्पे...)
     - पानी पुरी को आप हाई कैलोरी फूड की कैटेगरी में रख सकते हैं. एक प्लेट में 4-6 पीस होते हैं जिसमें लगभग 100 कैलोरी होती है. लेकिन जब मन करता है तो आप हद से ज्यादा खा लेते हैं जो कि स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद नहीं है.
    - वजन कम करने वाले इसे न खाएं तो ही बेहतर है. क्योंकि यह ऐसा जंक फूड है जो वजन बढ़ा सकता है.
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