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    अब देशभर के पारंपरिक व्यंजनों की रेसिपीज मिलेंगी यहां

    अब आपको देश की अलग-अलग राज्यों की रेसिपी के लिए कहीं और नहीं जाना पड़ेगा. बल्कि पारंपरिक खानों की पूरी रेसिपी आपको एक ही जगह मिल जाएंगी.

    विधि

    अब आपको देश की अलग-अलग राज्यों की रेसिपी के लिए कहीं और नहीं जाना पड़ेगा. बल्कि पारंपरिक खानों की पूरी रेसिपी आपको एक ही जगह मिल जाएंगी. भारतीय पारंपरिक व्यंजनों की रेसिपी को सहेजने के लिए फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) बाकायदा अर्काइव बना रहा. इसमें अब तक देशभर की 200 रेसिपी को सहेजा भी जा चुका है. एफएसएसएआई की इस पहल में यस बैंक भी सहयोग कर रहा है.

    रेसिपी सहेजने के साथ ही फूड फेस्टिवल आयोजित करने और हब तैयार करने जैसी पहल भी होगी. इसके तहत नेशनल फूड फेस्टिवल और फूड फेयर जैसी एक्टिविटीज भी होंगी. ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक देश के विभिन्न हिस्सों के पारंपरिक खान-पान की जानकारियां पहुंच सके और वो इसे दूसरों के साथ भी शेयर कर सकें. देशभर में फूड सेफ्टी और साफ-सफाई को बढ़ाने के अलावा लोगों को पौष्टिक खाना मिल सके, इस पर भी संस्था काम करेगी.

    फेमस स्ट्रीट फूड और इलाकों को मिलेगी पहचान
    एफएसएसएआई देशभर में चर्चित फूड स्ट्रीट और इलाकों की पहचान कर उन्हें महत्व दिलाने की दिशा में भी काम करेगी. शर्त यह है कि वो फूड सेफ्टी और साफ-सफाई के मानकों पर खरा उतरे. एफएसएसएआई संस्था के सीईओ पवन अग्रवाल के मुताबिक देश के स्थानीय फूड आइटम दुनिया में सबसे फेमस और अलग-अलग हैं. जो अपने स्वाद से जाने जाते हैं. इसलिए आज जरूरत समृद्ध पाककला और विरासत को बढ़ावा देने और उन्हें पहचान दिलाने की है. एफएसएसएआई भारतीय फूड कुजिन और उनकी रेसेपी का एक कलेक्शन तैयार कर रहा है. इसमें अब तक 200 रेसेपी सहेजी जा चुकी हैं. इसके लिए पूरी तरह डेडिकेटेड ऑनलाइन फूड पोर्टल भी बनाया जा रहा है. फूडकास्ट नामक इस पोर्टल को इस तरह डिजाइन किया जाएगा ताकि इससे व्यंजनों का प्रचार-प्रसार किया जा सके. इससे यूजर्स को भी यह जानने में मदद मिल सकेगी कि वो अपने पसंदीदा व्यंजन कब और कहां पर खा सकते हैं. इसके साथ ही फूड हब बनाने की भी योजना है. हमारा अगला कदम देश के विभिन्न शहरों की जानी-मानी फूड स्ट्रीट को पहचान दिलाना है. जबकि यस ग्लोबल इंस्टिट्यूट की प्रीति सिन्हा के मुताबिक उनका संस्थान भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है. अब देश की समृद्ध खान-पान की विरासत को सहेजने पर भी वो पूरा ध्यान देंगे. इस कार्यक्रम में सरकारी निकायों के लोग, उद्योगपति, सेलेब्रिटी शेफ, इतिहासकार, कॉलमनिस्ट और ब्लॉगर्स भी मौजूद थे.

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