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    रैली के दौरान क्या खाते हैं आपके चहेते राहुल और PM मोदी?

    विधि

    भारत में लोकसभा चुनाव 2019 के चलते बीजेपी और कांग्रेस पार्टी के बीच चुनावी सरगर्मियां बड़ी तेज हैं. एक ओर पीएम नरेंद्र मोदी हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी. भाषण और चुनावी दौरों के बारे में तो आप सुनते ही रहते हैं आज जानिए रैलियों के दौरान कैसा रहता है उनका खान-पान.

    पीएम नरेंद्र मोदी चुनावी रैलियों के दौरान भी खुद को पूरी तरह से फिट रखने का प्रयास करते हैं. मोदी जी शरीर में पानी की कमी कभी नहीं होने देते हैं. पानी और स्वाद दोनों एकसाथ मिल जाए इसलिए वे रैलियों के बीच में तरबूज खाते हैं. बता दें कि तरबूज में मौजूद पानी की भरपूर मात्रा की वजह से गर्मियों में इसका सेवन बहुत फायदेमंद रहता है.
    गुजराती होने की वजह से उन्हें गुजराती डिशेस बहुत लुभाती हैं और इसलिए शाम की चाय के साथ मोदी गुजराती डिश खांडवी खाना पसंद करते हैं. बाकी उनका लंच और डिनर बिल्कुल सादा ही रहता है.


    मोदी चैत्र और शारदीय नवरात्र का व्रत कभी नहीं भूलते हैं. नवरात्र के पूरे 9 दिन वे नारियल पानी और गुनगुने नींबू पानी पर ही थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी के उपवास का नियम पिछले 40 सालों से टूटा नहीं. सख्त रूटीन और अनुशासन ही 68 साल की उम्र में उन्हें फिट बनाए हुए है.

    चाहे वो रात में कितनी ही देर से क्यों न सोएं, रोज सुबह 5 बजे उठ जाते हैं. इसके बाद वे फ्रेश होकर लगभग 45 मिनट के लिए योग-प्राणायाम करते हैं. उन्हें सुबह 5 बजे और शाम के 6 बजे खुले आसमान के नीचे बैठकर बिना शक्कर की चाय पीने की आदत है.

    ये तो रही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पसंद के बारे में. आइए अब जानते हैं कि रैलियों के दौरान राहुल गांधी का कैसा रहता है खान-पान.

    कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने खान-पान को लेकर हमेशा ही चर्चा में रहते हैं. अपने भाषण और चुनावी दौरों के दौरान राहुल खान-पान का भरपूर मजा लेते हुए तरह-तरह की डिशेस तो जरूर चखते हैं. खासतौर वे जहां भी जाते हैं वहां की लोकल डिशेस का लुत्फ यकीनन लेते हैं.

    राहुल गांधी को ढाबे का खाना बहुत पसंद है. नाश्ते में उन्हें शुद्ध सात्विक फलाहार, दही और कॉर्न खाना पसंद है. एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार राहुल गांधी अपना ब्रेकफास्ट कभी नहीं भूलते. खुद को फिट रखने के लिए वे सॉफ्ट ड्रिंक्स और लेमन जूस पीना पसंद करते हैं. राहुल गांधी हमेशा एक-सा ही खाना पसंद नहीं करते हैं.

    रैलियों के दौरान उन्हें रास्ते में जहां भी अच्छा ढाबा दिखता है, वे वहां का खाना बिना किसी दूसरी सोच के जरूर चखते हैं. बता दें कि फिलहाल उन्होंने दो महीने में हर एक दिन अलग-अलग स्ट्रीट फूड का स्वाद चखा है.


    पानी वे हमेशा लोकल ही पीते हैं. इसके पीछे की वजह यह है कि उनका ऐसा मानना है कि स्थानीय यानी लोकल पानी खाना पचाने में ज्यादा मददगार होता है.

    राहुल को नारियल पानी पीना बहुत पसंद है और शायद उनका यह नया-नया शौक वायनाड रैली के दौरन ही पैदा हुआ. वायनाड प्रदेश केरल में बसा एक खूबसूरत जिला है

    खाने-पीने के साथ-साथ राहुल रोजाना 10-12 कि.मी. दौड़ते हैं और साथ ही योग-ध्यान यानी मेडिटेशन भी करते हैं.

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