साबूदाना खिचड़ी, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और मध्यप्रदेश में खूब खाई जाती है. इसे लोग व्रत में भी खाते हैं. इसी कारण इसे फरियाली खिचड़ी भी कहा जाता है. इसमें पड़ने वाले कुछ मसाले और मिक्स्चर इसे काफी स्वादिष्ट बनाते हैं.
विधि
- सबसे पहले साबूदाने 2-3 घंटे के लिए एक कप पानी में भिगो दें. पानी इतना रखना है कि यह साबूदाने के ऊपर तक आ जाए.
- तय समय बाद साबूदाने के एक जालीदार बर्तन पर रखें.
- आलू को उबालकर छील लें और छोटे टुकड़ों में काट लें.
- पैन में एक चम्मच तेल डालकर गर्म करें. इसमें मूंगफली डालकर तल लें.
- मूंगफली को ठंडा कर लें. फिर कूटकर दरदरा कर लें.
- बड़े बर्तन में 2 कप पानी डालकर गर्म करने के लिए गैस पर रखें.
- दूसरी तरफ छोटी तपेली में तेल डालकर धीमी आंच पर गर्म करें.
- जब तेल गर्म हो जाए तो इसमें मिर्च, जीरा और कढ़ी पत्ता डालकर तड़काएं.
- फिर इसमें आलू डालकर मिलाएं. इसके बाद साबूदाना डालकर अच्छी तरह मिला लें.
- आंच बंद कर दें और तपेली के चारों तरफ कपड़ा लपेट दें.
- अब इस तपेली को पानी वाली तपेली में डालकर रखें. कपड़ा इस तरह से बांधें कि पानी की भाप बाहर न निकल पाए.
- आंच तेज कर दें और खिचड़ी में नमक, चीनी और मूंगफली डालकर अच्छी तरह मिला लें.
- 8-10 मिनट बाद खिचड़ी वाले बर्तन को पानी वाले बर्तन से निकाल लें.
- अब इस खिचड़ी में फरियाली मिक्स्चर, धनियापत्ती और नींबू का रस डालकर मिलाएं.
- खिचड़ी पर अनार के दाने और चिप्स छिड़कर खाएं.
खिचड़ी बनाने के लिए सबसे जरूर चीज है साबूदाने को सही तरीके से भिगोना. यहां हम बता रहे हैं कुछ टिप्स जिससे साबूदाना भिगोने में आपको मदद मिल सकती है.
- अगर आप साबूदाना भिगोते वक्त ज्यादा पानी डालेंगे तो इससे बनने वाली चीजें चिपचिपी हो सकती हैं.
- अगर साबूदाना सूखे लगे तो उसके ऊपर से 1 बड़ा चम्मच पानी छिड़के और अच्छी तरह मिला दें.
- जरूरत के अनुसार आप ज्यादा पानी डाल सकते हैं. पर एक ही बार में बहुत ज्यादा पानी न डालें. नहीं तो साबूदाना चिपचिपे हो जाएंगे.
- अगर आप बड़े साइज के साबूदाना का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उन्हें 5-6 भिगों दें. इसे भिगोने के लिए दो घंटे पर्याप्त नहीं हैं.
- 1 कप साबूदाना को भिगोने के लिए 1 कप पानी पर्याप्त है. मतलब साबूदाना में पानी की मात्रा ठीक इसकी सतह के बराबर तक रहे.
- छोटे साइज के साबूदाने को 30 मिनट तक पानी में भिगोएं. इसके बाद इसका पानी निकालकर 2-3 घंटे रखने के बाद ही इस्तेमाल करें.