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    रोजेदार अगर कर लें ये उपाय तो नहीं लगेगी दिनभर प्यास

    रमजान में रोजेदार पूरे दिन बिना खाए-पिए खुदा की इबादत में रोजा रखते हैं. सुबह सहरी की जाती है जिसमें सूर्योदय से पहले कुछ खा-पीकर पूरे दिन रोजा शुरू करते हैं. इसके बाद शाम को इफ्तारी में रोजा खोला जाता है. ऐसा माना जाता है कि रोजे दौरान अगर थूक भी हलक के नीचे चला गया तो रोजा टूट जाता है.

    रमजान में रोजेदार पूरे दिन बिना खाए-पिए खुदा की इबादत में रोजा रखते हैं. सुबह सहरी की जाती है जिसमें सूर्योदय से पहले कुछ खा-पीकर पूरे दिन रोजा शुरू करते हैं. इसके बाद शाम को इफ्तारी में रोजा खोला जाता है. ऐसा माना जाता है कि रोजे दौरान अगर थूक भी हलक के नीचे चला गया तो रोजा टूट जाता है.

    चूंकि रमजान का महीना हर साल गर्मी के मौसम में ही आता है. ऐसे में भूख से ज्यादा प्यास लगती है. इस प्यास से बचने के लिए अगर रोजेदार कुछ उपाय कर लें तो उन्हें दिन में प्यास कम लगेगी. प्यास पर काबू पाने के हम 15 से ज्यादा आसे नुस्खे बता रहें जिनमें से किसी का भी पालन कर कर लेंगे तो रोजा नहीं टूटेगा.

    - प्याज, पुदीने और मिश्री को समान मात्रा में पीसकर रात में या सहरी के वक्त पी लें. ऐसा करने से पूरे दिन प्यास नहीं लगेगी.

    - रोजेदार चाहें तो सहरी में 2-3 नारंगी यानी संतरे भी खा सकते हैं. इससे भी प्यास कम लगती है क्योंकि शरीर के लिए जरूरी पानी की पूर्ति इससे हो जाएगी.

    - 25 ग्राम सौंफ को 250 मिलीलीटर पानी में भिगोकर एक घंटे तक रखें. सोने से पहले इस पानी को घूंट-घूटकर पी जाएं. इससे प्यास कम लगेगी.

    - सेब के रस को पानी में मिलाकर पीने से प्यास कम लगती है. जिन रोजेदारों को वायु विकार हो उन्हें यह नुस्खा उन्हें जरूर अपनाना चाहिए.

    - सहरी के वक्त दही में गुड़ मिलाकर खाने से तेज प्यास कम हो जाती है और दिन में कम प्यास लगती है.

    - सहरी में चावल का माड़ पीने से दिनभर लगने वाली तेज प्यास को काबू किया जा सकता है. इसे आप इफ्तारी में भी आजमा सकते हैं. क्योंकि इसका असर 24 घंटे तक रहता है.

    - 25 ग्राम तुलसी के पत्तों को पीसकर एक गिलास पानी में मिला लें. इसमें स्वादानुसार मिश्री और नींबू का रस निचोड़ लें. इसे पीने से ज्यादा तेज लगने वाली प्यास पर काबू पाया जा सकता है.

    - पके फालसों के रस को पानी में मिलाकर पीने से प्यास पर काबू पाया जा सकता है.

    - आधा लीटर दूध में 10 ग्राम किशमिश डालकर उबाल लें. ठंडा हो जाने पर रात के समय भोजन के बाद इसे थोड़ा-थोड़ा करके पीने से तेज प्यास की भूख कम हो जाएगी.

    - एक गिलास पानी में एक चुटकी नमक घोल लें. रात में थोड़े-थोड़े समय के अंतराल में एक-एक चम्मच पीने से अधिक प्यास लगने को कम हो सकता है.

    - इफ्तारी में चाय या कॉफी न पिएं. आप पूरा दिन खाली पेट रहते हैं जिससे शरीर में एसिडिटी हो सकती है.

    - डिहाइड्रेशन और कमजोरी से बचने के लिए रात में पर्याप्त मात्रा में पानी पी सकते हैं.

    - एक गिलास पानी में एक नींबू का रस निचोड़कर पी लें. ऐसा सोने के पहले तक करेंगे तो प्यास नहीं लगेगी.

    - दही खाने से भी जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति हो जाएगी. इससे गला नहीं सूखता है प्यास कम लगती है.

    - इफ्तारी या सहरी में ज्यादा ऑयली खाने से बचें. इससे रोजेदारों को डकार के साथ उल्टियां या गैस की समस्या हो सकती है.

    - सहरी में अमरूद, लीची, शहतूत और खीरा को सलाद के रूप में खाने से ज्यादा प्यास पर काबू पाया जा सकता है.

    - आम की गुठली की गिरी को 50 मिलीलीटर काढ़े में 10 ग्राम मिश्री मिलाकर पीने से तेज प्यास शांत हो सकती है.

     

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